दुर्गापुर.
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के संयुक्त तत्वावधान में गुलमोहर पार्क, इसीएल, पीएनबी बंकोला के पास एक ग्राहक जागरूकता, सामाजिक सुरक्षा और री-केवाईसी शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर का उद्देश्य दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को वित्तीय समावेशन और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ना था. इस मौके पर पंजाब नेशनल बैंक के अंचल प्रमुख संजीव कुमार, दुर्गापुर मंडल प्रमुख दीपक आचार्य और भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक सुधांशु प्रसाद मुख्य रूप से उपस्थित थे. अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर शिविर का उद्घाटन किया.डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव पर जोर
अंचल प्रमुख संजीव कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के शिविर समाज के सबसे दूरस्थ तबके तक वित्तीय समावेशन का लाभ पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने लोगों को डिजिटल धोखाधड़ी से सावधान रहने और सुरक्षित बैंकिंग तरीके अपनाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि री-केवाईसी एक अनिवार्य प्रक्रिया है, जिससे बैंकिंग सेवाएं निरंतर चलती रहती हैं.
मंडल प्रमुख दीपक आचार्य ने वित्तीय समावेशन के माध्यम से समुदायों को सशक्त बनाने पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि री-केवाईसी से ग्राहकों का डेटा सुरक्षित रहता है और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे अपराधों को रोकने में मदद मिलती है. उन्होंने कहा कि बैंक सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की पहुंच बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक सुधांशु प्रसाद ने बैंकिंग सेवाओं को हर क्षेत्र में पहुंचाने के महत्व पर जोर दिया. शिविर में भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य महाप्रबंधक नीरज कुमार पांडा ने भी ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं में पारदर्शिता और सुरक्षा के बारे में जानकारी दी. शिविर में ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं और सरकार की विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के बारे में बताया गया. साथ ही, खाताधारकों की सुविधा के लिए री-केवाईसी की भी व्यवस्था की गई थी.
इस पहल का उद्देश्य ग्राहकों को सुरक्षित, आधुनिक और पारदर्शी बैंकिंग सेवाओं के प्रति जागरूक करना और अधिक से अधिक लोगों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ना था. शिविर में स्थानीय समुदाय की अच्छी भागीदारी देखी गई, और कई लोगों ने अपना नामांकन करवाया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

