दुर्गापुर.
शहर के वार्ड 34 अंतर्गत एक निजी सीमेंट फैक्टरी के बाहर भूमि रक्षा कमेटी के बैनर तले 28 ठेका श्रमिकों की पुनर्नियुक्ति की मांग को लेकर चल रहा धरना प्रदर्शन बुधवार को 43वें दिन भी जारी रहा. श्रमिकों की छंटनी के 156 दिन बाद भी गतिरोध खत्म करने के लिए प्रबंधन की ओर से कोई ठोस पहल नहीं की गयी है.चार बार सुलह बैठक, फिर भी समाधान नहीं
धरनास्थल पर मौजूद भूमि रक्षा कमेटी के सचिव ध्रुव ज्योति मुखर्जी ने कहा कि 28 मजदूरों को गैरकानूनी तरीके से काम से हटाया गया है. नियुक्ति को लेकर चार बार सुलह बैठक हो चुकी है, लेकिन प्रबंधन चुप्पी साधे हुए है. उन्होंने कहा कि जब तक श्रमिकों की दोबारा नियुक्ति नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा.फैक्टरी में श्रम अधिकारों के उल्लंघन का इल्जाम
ध्रुव ज्योति मुखर्जी ने आरोप लगाया कि फैक्टरी में सीएलसी रेट, लिखित वेतन समझौता, डस्ट अलाउंस, ग्रेच्युटी और ग्रेडेशन जैसी बुनियादी व्यवस्थाएं नहीं हैं. श्रमिकों की सुरक्षा, सेहत और भविष्य को लेकर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ठंड, धूल प्रदूषण और लंबे ओवरटाइम के बीच मजदूरों से काम लिया जा रहा है.सरकार और ट्रेड यूनियनों पर उठे सवाल
उन्होंने सवाल उठाया कि जो प्रबंधन लेबर कमिश्नर और डिप्टी चीफ लेबर कमिश्नर की बात नहीं मानता, उसके पीछे किसकी ताकत है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार और मान्यता प्राप्त ट्रेड यूनियन प्रबंधन के आगे झुक गई हैं, जबकि शहर के नेता और विधायक चुप्पी साधे हुए हैं.चुनाव में जवाब देने की चेतावनी
प्रदर्शन के दौरान कहा गया कि यह लड़ाई मजदूरों के भविष्य की है. खराब मौसम और धूल प्रदूषण के बावजूद आंदोलन जारी है. श्रमिकों और बेरोजगार युवाओं ने साफ कर दिया है कि अगले वर्ष होनेवाले चुनाव में वे बैलेट बॉक्स के जरिये अपना जवाब देंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

