बीरभूम/पानागढ़: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा (Birbhum Violence) के एक गवाह को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) ने हिरासत में ले लिया है. बागटुई हत्याकांड (Bagtui Killings) के चश्मदीद गवाह मिहिरलाल शेख (Mihirlal Sheikh) को हिरासत में लिया है. बागटुई हत्याकांड (Bagtui Massacre) की जांच के लिए रामपुरहाट में पहले ही तैयार सीबीआई के अस्थायी कैंप में मिहिरलाल शेख को वहां ले जाया गया है.
मिहिर की मां, पत्नी और बेटी को जिंदा जलाया गया
मिहिरलाल की मां, पत्नी और बेटी की हत्या बागटुई में कर दी गयी थी. सूत्रों के मुताबिक, मिहिरलाल से बात करने के बाद उसे अस्थायी सीबीआई कैंप में ले जाया गया है. बागटुई नरसंहार के दिन वास्तव में क्या हुआ था? आग कैसे लगी, इसका पता लगाने के लिए सीबीआई ने मिहिरलाल से पूछताछ की. सीबीआई हिरासत में मिहिरलाल को गवाह के रूप में रखा गया है.
किराना दुकान चलाते हैं मिहिरलाल
मिहिरलाल बागटुई में किराना दुकान चलाते हैं. उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को अपने सामने मरते देखा है. वह रात में जान बचाने के लिए गांव से किसी तरह बचकर निकल पाये थे. बागटुई में जब उनके परिवार के कई लोगों को जिंदा जला दिया गया, तो डर के मारे वह गांव नहीं लौटे. मिहिरलाल बतासपुर के गोपालजल गांव में अपने एक रिश्तेदार के घर पर जा छिपे थे.
बीरभूम हिंसा के मुख्य गवाह बन सकते हैं मिहिरलाल
सीबीआई का मानना है कि मिहिरलाल इस घटना में मूल गवाह हो सकते हैं और उनसे इस घटना के बारे में और कई तथ्य मिल सकते हैं. इसलिए मिहिरलाल की सुरक्षा को देखते हुए उसे सीबीआई ने अपनी हिरासत में लिया है.
रिपोर्ट - मुकेश तिवारी