पुलिस ने बरामद कर लिया है फोन, सप्लाई के लिए जा रहा था मालदा, बीच में ही पुलिस ने पकड़ा फोन चुराते ही सबसे पहले खाली करते हैं खाता, फिर चोर बाजार में बेच देते हैं फोन आसनसोल. मोबाइल फोन चोरी, छिनतई या गुम होने की बढ़ रही शिकायतों के बाद आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट की खुफिया विभाग (डीडी) ने इस मामले को अपने हाथों में लिया और बड़ा खुलासा हुआ. नौ लोग गिरफ्तार हुए और दर्जनों मोबाइल फोन बरामद हुआ. सारे फोन मालदह में किसी को देने के लिए जा रहे थे, उससे पहले ही पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया. बरामद दर्जनों मोबाइल में से एक फोन ऐसा निकला जो 30 मार्च 2025 को दुर्गापुर के गोपालमाठ बाजार इलाके से चोरी हुआ था. यह फोन दुर्गापुर धंधाबाग इलाके के निवासी दीपक कुमार पति का है. श्री पति ने फोन चोरी होते ही वारिया पुलिस फांडी में शिकायत की जिसके आधार पर एक जीडीई दर्ज हुआ था. चौकाने वाली बात यह थी कि फोन चोरी होने के बाद 30 मार्च से दो अप्रैल के बीच श्री पति के एसबीआइ बैंक अकाउंट से कुल 63 लेनदेन हुई और पूरा अकाउंट खाली कर दिया. इस मामले में साइबर क्राइम थाना आसनसोल ने प्राथमिकी दर्ज की और कांड 32/25 में बीएनएस की धारा 303/316(2)/318(4)/319(2)/61(2) के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की. गौरतलब है कि हाल के दिनों में यह खबर नियमितसुनने को मिल रही है पुलिस की ओर से शिविर लगाकर लोगों के खोए हुए मोबाइल फोन लौटाया जा रहा है. इसकी संख्या सैकड़ों में होती है. जितने फोन लौटाए जा रहे हैं, उससे ज्यादा फोन चोरी, छिनतई या गुम हो रहे है. उसमें से कुछ फोन पुलिस बरामद कर पा रही है. इतनी भारी संख्या में मोबाइल फोन की चोरी को लेकर मामला खुफिया विभाग को सौंपा गया है. जो सच्चाई सामने आ रही है वह चिंताजनक है. वर्तमान समय में अधिकांश व्यक्ति ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर रहे हैं और मोबाइल फोन में ही जानकारी रहती है. चोरी होने के बाद सबसे पहले उनके अकाउन्ट को खाली किया जा रहा है, फिर उस फोन को चोर बाजार में बेच दिया जा रहा. अभी इसका सबसे बड़ा बाजार मालदह जिला है. सारा चोरी का फोन वहीं जा रहा है. श्री पति के अलावा भारी संख्या में लोगों ने विभिन्न थानों में शिकायत दर्ज करायी है कि फोन गुम होते ही उनके अकाउंट खाली हो गया है. पुलिस के लिए फोन चोरी रोकना कठिन चुनौती है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि फोन को सुरक्षित रखें. इससे सिर्फ पैसा ही नहीं बहुत सारी निजी जानकारियां भी सार्वजनिक हो सकती है.
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