रानीगंज.
रानीगंज मुख्य डाकघर के समीप पीडब्ल्यूडी की जमीन पर निर्मित अत्याधुनिक पार्किंग जोन बीते कई महीनों से अपने उद्घाटन की राह देख रहा है. शहर में चर्चा है कि वर्ष 2026 के विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले इसका लोकार्पण किया जायेगा. इस बीच, रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रोहित खेतान ने पार्किंग को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव व मांगें साझा की हैं.सीएम की पहल और वर्तमान स्थिति
रोहित खेतान ने बताया कि वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दुर्गापुर में प्रशासनिक बैठक के दौरान, तत्कालीन अध्यक्ष अरुण भरतिया के नेतृत्व में व्यापारी समुदाय ने शहर में पार्किंग की समस्या उठायी थी. सीएम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मंच पर मौजूद पीडब्ल्यूडी मंत्री मलय घटक व परिवहन सचिव सौमित्र मोहन को समाधान के निर्देश दिये थे. इसके बाद आसनसोल के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने इसका शिलान्यास किया निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, पर प्रशासनिक गतिरोध के कारण यह अब तक शुरू नहीं हो पाया है.
‘बढ़ती आबादी के लिए छोटा पड़ सकता है यह पार्किंग जोन’
रोहित खेतान ने मुख्यमंत्री और मंत्री मलय घटक का आभार जताते हुए कहा कि शहर के बीचों-बीच पार्किंग मिलना बड़ी उपलब्धि है, लेकिन रानीगंज के बढ़ते कलेवर और जनसंख्या को देखते हुए वर्तमान पार्किंग क्षेत्र छोटा प्रतीत हो रहा है. उन्होंने एक ठोस समाधान प्रस्तावित करते हुए कहा कि पार्किंग स्थल के पास ही कई पुराने और जर्जर खंडहरनुमा मकान हैं जो वर्तमान में किसी काम के नहीं हैं. यदि उन मकानों को ध्वस्त कर उस जमीन को भी पार्किंग में शामिल कर लिया जाए, तो यह रानीगंज की पार्किंग समस्या का स्थाई और सशक्त समाधान होगा.मसले के स्थायी हल को प्रतीक्षा को व्यापारी तैयार
चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि यदि पार्किंग क्षेत्र के विस्तार के लिए कुछ और समय की आवश्यकता पड़ती है, तो व्यापारी समुदाय इसके लिए तैयार है. उनका मानना है कि अधूरे समाधान के बजाय भविष्य की जरूरतों को देखते हुए एक बड़ी और व्यवस्थित पार्किंग बनाना अधिक श्रेयस्कर होगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रशासन इस दिशा में कदम उठाएगा ताकि शहर को जाम और पार्किंग की किल्लत से लंबी राहत मिल सके.
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