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उत्पादन लक्ष्य हासिल करने पर जोर
महाप्रबंधक समन्वय समिति की बैठक में सीएमडी का निर्देश श्रमशक्ति का बेहतर इस्तेमाल और सुरक्षा पर होगा विशेष ध्यान सांकतोड़िया : इसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक चंदन कुमार दे की अध्यक्षता में बुधवार को इसीएल मुख्यालय सांकतोड़िया के सम्मेलन कक्ष में महाप्रबंधक समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गयी. बैठक में मुख्य रुप से […]
महाप्रबंधक समन्वय समिति की बैठक में सीएमडी का निर्देश
श्रमशक्ति का बेहतर इस्तेमाल और सुरक्षा पर होगा विशेष ध्यान
सांकतोड़िया : इसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक चंदन कुमार दे की अध्यक्षता में बुधवार को इसीएल मुख्यालय सांकतोड़िया के सम्मेलन कक्ष में महाप्रबंधक समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गयी. बैठक में मुख्य रुप से उत्पादन, सुरक्षा, मानसून व डिस्पैच का मुद्दा छाया रहा.
बैठक में कार्मिक निदेशक सह प्रभारी निदेशक संचालन केएस पात्र, वित्त निदेशक सह प्रभारी निदेशक (योजना व परियोजना) एएम मराठे, महाप्रबंधक को-ऑर्डिनेशन अजय कुमार सिंह, सीएमडी के तकनीकी सचिव निलाद्री राय, महाप्रबंधक (सेल्स व मार्केटिंग) वीके सिंह आदि उपस्थित थे.
सीएमडी श्री दे ने कहा कि कोयले की गुणवत्ता को लेकर शिकायत नहीं मिलनी चाहिए. इसके लिये कोयला क्रेसिंग पर विशेष ध्यान देना होगा. उन्होंने कहा कि उत्पादन के साथ साथ डिस्पैच पर भी जोर देना होगा ताकि कंपनी की वित्तीय स्थिति को बेहतर हो सके. कर्मियों के सुरक्षा में कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
उन्होंने क्षेत्रवार उत्पादकता की समीक्षा करते हुए लक्ष्य से पीछे चल रहे एरिया को स्थिति में सुधार लाने का निर्देश दिया. लक्ष्य को हासिल करना मुख्य मकसद होना चाहिए. कम खर्च में उत्कृष्ट कोयले का उत्पादन करना मकसद होना चाहिए. श्रमशक्ति का बेहतर इस्तेमाल करें और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें.
मानसून को देख चिंता जाहिर की एवं कहा कि इससे निपटने के लिए हमेशा तत्पर रहना होगा. कंट्रोल रूम को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिये अधिकारी विशेष नजर रखें. उन्होंने कहा कि चालू वर्ष में भले ही पिछले वर्ष की तुलना में जुलाई तक 1.9 फीसदी का उत्पादन में ग्रोथ है. परंतु मिले लक्ष्य से काफी पीछे चल रहे है. इस पर भी ध्यान देने की जरुरत है. जुलाई तक उत्पादन लक्ष्य 13.01 मिलियन टन था जिसमें 11.33 मिलियन टन ही हो पाया. डिस्पैच में भी गत वर्ष की अपेक्षा चालू वित्त वर्ष में 6.16 फीसदी का ग्रोथ है.
सबसे ज्यादा अधिभार हटाने में 13.8 फीसदी का ग्रोथ है. प्रतिदिन एक लाख 46 हजार टन उत्पादन करना होगा. भूमिगत खदानों से भी पिछले वर्ष की तुलना में 2.4 फीसदी का नेगेटिव ग्रोथ है. उत्पादन में पिछले वर्ष जुलाई माह तक 2.36 एमटी उत्पादन हुआ था जबकि चालू वर्ष में 2.30 एमटी ही कर पाया. अंत में उन्होंने कहा कि कोयले की क्वालिटी के साथ साथ कोस्ट कंट्रोल पर भी ध्यान दे ताकि कोयले की लागत को कम किया जा सके.
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