कोलकाता : गंगासागर मेला का उत्साह अभी से देखने को मिल रहा है. हालांकि प्रशासन की ओर से सात जनवरी से गंगासागर मेला की शुरुआत होगी, लेकिन अभी से ही वहां तीर्थयात्रियों व साधुओं की संख्या बड़ी तादाद में है. हरियाणा, असम, पंजाब, राजस्थान, बिहार व बंगाल के विभिन्न हिस्सों से तीर्थयात्रियों की बड़ी संख्या गंगासागर स्नान व कपिल मुनि आश्रम के दर्शन को आ चुकी है.
इस दौरान पानीपत से आये 50 लोगों की टीम का नेतृत्व कर रहे श्यामसुंदर ने बताया कि कचुबेड़िया में उन्हें लॉन्च का टिकट मिलने में काफी असुविधा हुई. टिकट काउंटर होते हुए भी भारी अव्यवस्था देखने को मिल रही है.
काउंटर से किसी को भी पंक्तिबध तरीके से टिकट नहीं दिये जा रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ महिलाएं भीड़ में खड़ी होकर ब्लैक में टिकट बेच रही थीं. 75 वर्षीया संतोष रानी ने कहा कि उन्हें गंगासागर आने की बहुत इच्छा थी. अब यहां आकर उन्हें बेहद खुशी हो रही है. लेकिन उन्हें कचुबेड़िया में बहुत देर खड़ा रहना पड़ा. साथ ही गंगासागर में शौचालय ढूंढ़ने में बहुत दिक्कत हुई.
जल्द ही छह जहाज लाये जायेंगे, हजारों लोग एक साथ होंगे गंगा पार : पी उल्गानाथन
दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी डॉ पी उल्गानाथन ने कहा कि कचुबेड़िया में टिकट के अव्यवस्थित रूप से बेचे जाने की खबर उन्हें मिली है.
उन्होंने कहा कि जल्द ही वहां पर सुरक्षाकर्मी तैनात किये जायेंगे, जिससे यात्रियों को परेशान न होना पड़े. साथ ही छह जहाज की सुविधा जल्द ही यात्रियों को दी जायेगी, जिसमें चार से पांच हजार की संख्या में लोग एक साथ मूड़ी गंगा पार कर सकेंगे. इससे यात्रियों को ज्यादा इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा. श्री उल्गानाथन ने बताया कि शनिवार को ‘अतिथि पथ’ मोबाइल एप व गंगासागर 2020 वेब पोर्टल को लॉन्च कर दिया गया है.
इसमें उपलब्ध टॉल फ्री हेल्प लाइन नंबर 18003452020 सभी लोगों के लिए मददगार साबित होगा. उन्होंने कहा कि गंगासागर मोबाइल एप व वेबसाइट स्मार्टफोन का इस्तेमाल करनेवाले सभी लोगों के लिए सुविधा है. एप व बेबसाइट की मदद से पुलिस, मेडिकल, एनजीओ व एयर एंबुलेंस की सुविधा आसानी से तीर्थयात्री पा सकेंगे. जो गंगासागर नहीं पहुंच पा रहे हैं, वे एप का इस्तेमाल कर इ-स्नान का लाभ ले सकेंगे. इसके लिए उन्हें अपना नाम, मोबाइल नंबर व पूरा पता भेजना होगा.
जिला प्रशासन की ओर से मात्र कुरियर चार्ज लेकर गंगाजल व प्रसाद भिजवा दिया जायेगा. साथ ही फेसबुक, इंस्टाग्राम व यूट्यूब पर भी गंगासागर इ-दर्शन की सुविधा उपलब्ध रहेगी. श्री उल्गानाथन ने बताया कि तीर्थयात्रियों की भीड़ को देखते हुए गंगासागर मेला ग्राउंड में 5000 एडवांस पुलिस फ़ोर्स तैनात किया गया है.
गौरतलब है कि उन्होंने शुक्रवार को सुंदरवन पुलिस अधीक्षक वैभव तिवारी के साथ गंगासागर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. कपिल मुनि आश्रम की सजावट बहुत तेजी से चल रहा है. कपिल मुनि आश्रम के मुख्य पुजारी आचार्य सत्यदेव दास व आचार्य भरत दास शास्त्री ने कहा कि इस वर्ष पांच जनवरी को महाराजश्री गंगासागर की विशेष पूजा के लिए पहुंचेंगे. इस वर्ष गंगासागर मेला में 50 लाख से भी ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद है.
जीबीडी से हो रही व्यापारियों को असुविधा
गंगासागर में ठेले पर पूजा का सामान बेचनेवाली अपर्णा पाडुवा व अन्य ने कहा कि वर्षों से उनके पूर्वज गंगासागर में व्यापार करते हैं. इसके लिए वे 1200 रुपये प्रति वर्ष पंचायत को देते हैं. लेकिन इस वर्ष कोई जीबीडी नामक कंपनी मुख्यमंत्री का नाम लेकर उन्हें व्यापार करने से रोक रही है. हालांकि गंगासागर बकखाली डेवलपमेंट (जीबीडी) कोई कंपनी नहीं, बल्कि राज्य सरकार की ओर से गंगासागर के विकास के लिए गठित संस्था है. जिसे गांववाले समझ नहीं पा रहे.
महिलाओं के लिए मोबाइल चेंजिंग रूम हुआ सहायक
गंगासागर संगम स्थल पर बांस व टेंट से बने कई मोबाइल चेंजिंग रूम की व्यवस्था की गयी है. हालांकि इसके लिए 10 रुपये चार्ज किया जा रहा है. लेकिन महिलाओं को गंगास्नान करने में काफी सुविधा मिल रही है.