पानागढ़ : पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा थाना अंतर्गत कांकसा उच्च विद्यालय के बिरसा मुंडा जनजाति व आदिवासी आश्रम और छात्रावास के एक छात्र के प्रति शिक्षकों का अमानवीय रूप देखने को मिला. शिक्षकों के इस अमानवीय रूप को लेकर इलाके के लोगों में भी गुस्सा है. आरोप है कि विद्यालय के पांचवी कक्षा के एक छात्र सागर हांसदा का खेलते समय हाथ टूट गया. विद्यालय के शिक्षक छात्र को पानागढ़ ब्लॉक अस्पताल तो ले गए लेकिन टूटे हाथ का इलाज नहीं कराया.
जबकि चिकित्सक ने छात्र की अवस्था देख उसे दुर्गापुर महकमा अस्पताल रेफर किया था. लेकिन शिक्षक छात्र को दुर्गापुर न ले जाकर, उसे वापस हॉस्टल ले आये और छात्र को हॉस्टल में छोड़ कर अपने-अपने घर चले गये. बताया जाता है कि दर्द से छात्र को रोते बिलखते देख स्थानीय लोग जब हॉस्टल के पास पहुंचे तो छात्र की अवस्था देख वे चिंतित हो गए. इस घटना के बाद से छात्र के परिजनों को स्थानीय लोगों ने सूचना दी तथा छात्र को तत्काल दुर्गापुर महकमा अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया. छात्र का इलाज कराया गया. इस घटना को लेकर विद्यालय के शिक्षकों की स्थानीय लोगों ने कड़ी निंदा की है.
शिक्षकों का यह अमानवीय रूप देखकर इलाके के लोगों का कहना है कि कैसे इस तरह शिक्षक पीड़ित छात्र का बिना इलाज कराये उसे हॉस्टल में छोड़ कर चले गए. घटना को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मामले को लेकर वे लोग प्रशासनिक अधिकारियों तथा स्कूल इंस्पेक्टर आदि को शिकायत करेंगे. मामले को लेकर विद्यालय के शिक्षक व प्रधान शिक्षक का कोई टिप्पणी नहीं मिल पाया है.