कोल इंडिया प्रबंधन ने परीक्षा लेकर प्रोन्नत किया था अधिकारी पद पर
इनके व्यक्तिगत आग्रह पर प्रबंधन ने लौटाया इनके पुराने पद पर
किसी भी सुविधा या वेतनमान में नहीं होगी कटौती, मिलेगा पद अनुरूप वेतन
सांकतोड़िया : नन एक्जीक्यूटिव से एक्जीक्यूटिव बने सब-आर्डिनेट इंजीनियर ई-वन बने कई अधिकारी अपने पुराने पद पर लौट गये. उनकी मांग पर कोल प्रबंधन ने सहमति जताते हुए सर्कुलर जारी कर दिया.
ई-वन बनने से इन कर्मियों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा था. कोल इंडिया में ईसीएल समेत विभिन्न अनुषांगिक कंपनियों में कार्यरत कर्मियों को प्रबंधन ने परीक्षा लेकर अधिकारी बनाया था. इसके बाद इन कर्मियों का अन्य कंपनियों में तबादला कर पदस्थ किया गया. सब-आर्डिनेट इंजीनियरों को भी अधिकारी की श्रेणी में शामिल कर दिया गया है.
अधिकारी बनने के बाद इन कर्मियों की कई सुविधाएं छिन गई. तबादला होने से परेशानी भी झेलनी पड़ी. इन कर्मियों का मानना था कि नन एक्जीक्यूटिव से एक्जीक्यूटिव बने कर्मियों को वर्तमान अधिकारी अपने समकक्ष नहीं मान रहे थे. इससे कर्मी अपने आपको को उपेक्षित महसूस कर रहे थे. इससे बचने के लिए कर्मियों ने आवेदन कर पुराने पद पर जाने की मंशा जताई. प्रबंधन ने सहमति जताते हुए सर्कुलर जारी करते हुए कर्मियों से आवेदन जमा करने को कहा.
पूरे कोल इंडिया में लगभग पांच सौ कर्मी अपने पुराने पद पर वापस लौट गये हैं. इन कर्मियों के वेतनमान की गणना आवेदन की तिथि से मान्य होगी. प्रबंधन ने कहा कि एक्जीक्यूटिव कार्यकाल का सभी आर्थिक लाभ कर्मियों को भुगतान किया जायेगा. न तो वेतन में कटौती की जायेगी और न ही किसी अन्य मद में कटौती होगी. पीआरपी का भुगतान निर्धारित समय पर किया जायेगा. एक्जीक्यूटिव से नन एक्जीक्यूटिव में आने के बाद कर्मियों को एनसीडब्ल्यूए में निर्धारित वेतनमान व अन्य सुविधा मिलेगी.
इन कर्मियों को रिवर्स कर पुराना पद दिया जायेगा. जिस पद में कार्य करते हुए वे एक्जीक्यूटिव बने थे. इससे इन कर्मियों को नुकसान भी नहीं झेलना पड़ेगा. कोल इंडिया की अनुषांगिक कंपनी में फिलहाल लगभग 20 हजार अधिकारी विभिन्न पदों पर कार्यरत हैं. इन अधिकारियों की संख्या यथावत बनी हुई है. कमी होने पर प्रबंधन द्वारा पहले कर्मियों को विभागीय परीक्षा लेकर अधिकारी बनाया जाता है. उसके बाद बाहरी भर्ती की जाती है. इधर कर्मियों की संख्या लगातार कम हो रही है. कोल इंडिया में इस समय तीन लाख अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत हैं.