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अक्षय तृतीया सात को, सोलह साल बाद बन रहा विशेष संयोग

शिल्पांचल में तैयारी जोरों पर, शहरवासियों में दिख रहा उत्साह दुर्गापुर : शिल्पांचाल व इसके आसपास के इलाके में अक्षय तृतीया का पर्व मंगलवार को श्रद्धा, भक्ति और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. इस दिन सोने-चांदी के आभूषणों की खरीददारी शुभ मानी जाती है. इसके मद्देनजर सराफा बाजार ने तैयारी कर ली है. नए फैशन […]

शिल्पांचल में तैयारी जोरों पर, शहरवासियों में दिख रहा उत्साह

दुर्गापुर : शिल्पांचाल व इसके आसपास के इलाके में अक्षय तृतीया का पर्व मंगलवार को श्रद्धा, भक्ति और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. इस दिन सोने-चांदी के आभूषणों की खरीददारी शुभ मानी जाती है. इसके मद्देनजर सराफा बाजार ने तैयारी कर ली है. नए फैशन के आभूषणों के स्टाक दुकानों में पहुंच चुके हैं. ज्वेलरी शॉप के अलावा इलेक्ट्रानिक्स दुकानों में अक्षय तृतीया को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है. कई एजेंसियों की ओर से विशेष आफर देने की भी तैयारी चल रही है.
इस दिन शुरू किया गया कोई भी कार्य अथवा संस्कार श्रेष्ठ फल देने वाला होता है. इसकी पुष्टि इस बात से भी होती है कि भगवान गणेश ने महाभारत लेखन कार्य जिस दिन से शुरू किया था वह तिथि अक्षय तृतीया ही थी. अक्षय तृतीया के दिन ही गंगा स्वर्गलोक से पृथ्वी पर आई थीं. यहां तक कि किसान भी कृषि कार्य इसी दिन से शुरू करते हैं.
सोना-चांदी की खरीदारी पर रहता है जोर
शहर के स्वर्ण व्यवसायी सुजीत बर्मन ने बताया कि भारी आभूषण के साथ हल्के आभूषणों पर जोर दिया गया है. बच्चों के लिए स्वास्तिक और देवी-देवताओं के लॉकेट की भी इस अवसर पर डिमांड रहते हैं.
चार ग्रहों का बन रहा है एक विशेष संयोग
पंडित गोपाल शर्मा के अनुसार इस बार अक्षय तृतीया पर चार ग्रहों का एक विशेष संयोग बन रहा है. हिंदू पंचांग गणना के अनुसार 16 साल बाद ऐसा मौका आया है जब सूर्य, चंद्र, शुक्र और राहू अपनी उच्च राशि में रहेंगे. इस वजह से मंगल कार्यों के लिए लाभकारी माने जाने वाले अक्षय तृतीया को चार ग्रहों के संयोग ने और खास बना दिया है.
इससे पहले 2003 में यह संयोग बना था. अक्षय तृतीया पर तो शहर में शहनाइयां गूंजेगी ही, उसके बाद जून में भी शादी की धूम रहेगी. अक्षय तृतीया पर शहर में कई जोड़े विवाह के बंधन में बंधेंगे. मान्यता के अनुसार अक्षय तृतीया का दिन मंगल कार्यो के लिए श्रेष्ठ है. इसे अबूझ मुहूर्त भी कहा जाता है. इस दिन किए गए कार्य लाभकारी होते हैं.इस दिन खरीदे गये सामान शुभ फलदायी होते हैं इसलिए आर्थिक क्षमता के अनुसार खरीदारी करनी चाहिए. भगवान के सामने रखकर उसकी पूजा करने के उपरांत उसे प्रयोग में लाना चाहिए.

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