- नदी पार कर घर जाने के क्रम में नहीं समझ सके पानी की गहरायी को
- नाना की तबीयत खराब होने पर एक दिन पहले आये थे अपने ननिहाल
- चार बहनों में इकलौते भाई की मौत के बाद परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़
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दुर्गापुर : नदी में डूबने से सगे भाई-बहन की मौत
नदी पार कर घर जाने के क्रम में नहीं समझ सके पानी की गहरायी को नाना की तबीयत खराब होने पर एक दिन पहले आये थे अपने ननिहाल चार बहनों में इकलौते भाई की मौत के बाद परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़ दुर्गापुर : दुर्गापुर थाना अंतर्गत मेनगेट खटालपाड़ा के निकट से बहनेवाली तमला […]
दुर्गापुर : दुर्गापुर थाना अंतर्गत मेनगेट खटालपाड़ा के निकट से बहनेवाली तमला नदी में डूबने से सगे भाई बहन पूजा कुमारी (07) तथा ऋषभ कुमार (05) की मौत गुरुवार को हो गयी.
इनकी मौत से इलाके में मातम है. नाना की तबीयत खराब होने की सूचना मिलने के बाद दोनों बच्चे बुधवार को ही अपनी मां के साथ बिहार के वैशाली जिले से दुर्गापुर आये थे. शुक्रवार को उन्हें लौटना था. ऋषभ चार बहनों में इकलौता भाई था. एमएमआइसी (विद्युत) धर्मेन्द्र यादव ने शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना दी.
दोनों मृतक बिहार जिले के वैशाली जिले के स्थायी निवासी थे. बुधवार को ही दोनों अपनी मां लक्ष्मी देवी के साथ मेनगेट तमला कॉलोनी अपने नाना रामचंद्र सिंह के यहां घूमने आये थे. गुरुवार को घर के समीप से गुजरनेवाली तमला नदी से सटे मैदान में दोनों भाई बहन खेलने के लिए गये थे. दोपहर साढ़े 11 बजे दोनों खेलने के बाद दोनों घर लौटने लगे.
उन्हें नदी की गहरायी का अंदाजा नहीं था. उन्हें लगा कि दोनों आसानी से नदी पार कर उस पार चले जायेंगे. जिस स्थान से उन्होंने नदी पार करने की कोशिश की, वहां नदी की गहरायी 10 फुट से अधिक थी. इस कारण दोनों एक साथ ही पानी में डूब गये.
नदी के पानी में उथल-पुथल होते देख मैदान में खड़े मोहल्ले के निवासी रोहित प्रसाद, दीपक मुर्मू तथा इन बच्चों के मामा मोहन सिंह ने नदी में छलांग लगा दी. दोनों ने दोनों बच्चों को पानी से बाहर निकाला. दोनों अचेत हो चुके थे. परिजन तथा स्थानीय निवासी उन्हें इलाज के लिए डीएसपी अस्पताल ले गये.
लेकिन जांच के बाद चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. नदी में छलांग लगाने के कारण इनके मामा मोहन सिंह भी अस्वस्थ हो गये. उन्हें डीएसपी अस्पताल में दाखिल कराया गया है.
उल्लेखनीय है कि रामचंद्र सिंह डीएसपी स्लैग बैंक में कार्य करते थे. कुछ वर्ष पहले ही वे सेवानिवृत हुए हैं. वह अपने परिजनों के साथ खटाल से सटी तमला कॉलोनी में रहते हैं. उनकी तीन पुत्री एवं चार पुत्र हैं.
उन्होंने अपनी बेटी लक्ष्मी की शादी बिहार के वैशाली जिला स्थित मनहर ग्राम निवासी बच्चू सिंह के साथ 12 वर्ष पहले की थी. लक्ष्मी देवी को चार बेटी एवं एक बेटा था. बुधवार को ही लक्ष्मी अपनी पुत्री पूजा एवं एकलौते पुत्र ऋषभ को लेकर अपने मायके दुर्गापुर मेनगेट आयी थी.
लक्ष्मी देवी ने बताया कि पिताजी अस्वस्थ रहने की सूचना पाकर दो दिन के लिए उनसे मिलने के लिए आयी थीं. शुक्रवार को वापस ससुराल लौटने की बात थी. सुबह दोनों बच्चे नाश्ता कर सामने के मैदान में खेलने गये. अचानक पड़ोसियों ने उनके डूबने की सूचना दी. चार बेटियों के बाद बहुत मन्नत के बाद बेटा हुआ था. भगवान ने उसे भी छीन लिया.
सूचना पाकर वारिया फाड़ी प्रभारी अखिल मुखर्जी घटनास्थल पर पहुंचे एवं स्थिति की जांच की. एमएमआईसी (विद्युत) धर्मेंद्र यादव ने कहा कि बच्चों की डूबने की सूचना मिलते ही वे डीएसपी अस्पताल में गये. घटना बेहद दु:खद है. दुख की इस घड़ी में वे पूरे परिवार के साथ हैं.
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