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सैनिक स्कूल के गेट पर रात में रास्ता बंद करने की नोटिस से भड़के ग्रामीण, पांच घंटे तक एनएच जाम कर किया प्रदर्शन
आद्रा : पुरूलिया मफशील थाना अंतर्गत सैनिक स्कूल मोड़ के समक्ष सोनाझुरी ग्राम पंचायत के चार गांव के ग्रामीणों ने सैनिक स्कूल परिसर से निकलने वाले रास्ते को 24 घंटे खुला रखने की मांग को लेकर लगभग पांच घंटे तक पुरूलिया-बोकारो 32 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर प्रदर्शन किया. मौके पर पहुंची पुलिस से […]
आद्रा : पुरूलिया मफशील थाना अंतर्गत सैनिक स्कूल मोड़ के समक्ष सोनाझुरी ग्राम पंचायत के चार गांव के ग्रामीणों ने सैनिक स्कूल परिसर से निकलने वाले रास्ते को 24 घंटे खुला रखने की मांग को लेकर लगभग पांच घंटे तक पुरूलिया-बोकारो 32 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर प्रदर्शन किया. मौके पर पहुंची पुलिस से सकारात्मक आश्वासन मिलने के बाद अवरोध हटाया. अवरोध के कारण यात्री बसों के अलावा छोटी गाड़ियों से लेकर बड़े-बड़े माल ढोने वाले ट्रक भी घंटों रूके रहे. लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
गांव के अंकुर महतो, रामनाथ महतो ने बताया 60 के दशक में पुरूलिया शहर में सैनिक स्कूल का निर्माण किया गया था. इस समय रामनगर, सोनाझुरी, बालीगाड़ा ,सीमानपुर गांव के लोगों ने जमीन दान की थी. इस दौरान कहा गया था कि गांव वालों को सैनिक स्कूल परिसर से ही आने-जाने का रास्ता प्रदान किया जायेगा. उस समय से ही चार गांव के लोग सैनिक स्कूल परिसर के मुख्य द्वार से ही यातायात करते थे.
लेकिन स्कूल के नये प्रिंसिपल पीके शर्मा ने कुछ दिन पहले ही मुख्य द्वार पर यातायात नियंत्रण करने की नोटिस चिपका दी है. इसमें लिखा है कि सुबह पांच से रात 11 बजे तक ही गांव के लोग रास्ते का व्यवहार कर सकते हैं. इसके बाद इसे बंद कर दिया जायेगा. वर्षों से यह रास्ता 24 घंटा गांव वालों के लिये खुला था. अचानक इस निर्देश से हम लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
रात में यदि गांव में कोई बीमार हो जाये या गांव वालों को सुबह या रात बस या रेल पकड़ने के लिए जाना पड़ा तो सैनिक स्कूल का मुख्य फाटक बंद रहने से काफी परेशानी होगी. इस कारण हमारी मांग है कि पहले की तरह ही 24 घंटे हम लोगों को सैनिक स्कूल परिसर का मुख्य रास्ता व्यवहार करने दिया जाये. वरना हम लोग आंदोलन जारी रखेंगे. ग्रामीणों के आंदोलन की खबर सुन मफसील थाने से बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची.
घंटों तक आंदोलनकारियों को समझाने के बाद पुलिस के आश्वासन से अवरोध समाप्त हो गया. हालांकि सैनिक स्कूल के प्रिंसिपल पीके वर्मा का कहना है कि यह नियम पहले से ही लागू किया हुआ है. हम लोगों ने पुरानी समय सूची को हटाकर उस स्थान पर एक ही नियम की नयी यातायात सूची टांगी है. सैनिक स्कूल में सुरक्षा के मद्देनजर यह नियम पहले से ही लागू है.
इस विषय में विभागीय अधिकारी को पूरी जानकारी दी है. गांव वालों ने पुलिस के आश्वासन से अवरोध तो समाप्त कर दिया पर साथ ही साथ धमकी भी दी कि यदि 24 घंटे रास्ता नहीं खुला रहेगा तो बृहद आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
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