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इएसआई के आसनसोल अस्पताल में रोगियों को मिलेगी आधुनिक चिकित्सा, 50 बिस्तरों के भवन का शिलान्यास
आसनसोल : सेनरेले रोड स्थित इएसआई अस्पताल में 50 बिस्तरों के भवन का शिलान्यास केंद्रीय श्रम व रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष कुमार गंगवार, भारी उद्योग एवं लोक उधम राज्य मंत्री सह सांसद बाबुल सुप्रिय ने किया. इएसआईसी के सदस्य शिव प्रसाद तिवारी उपस्थित थे. आमंत्रण के बावजूद राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक […]
आसनसोल : सेनरेले रोड स्थित इएसआई अस्पताल में 50 बिस्तरों के भवन का शिलान्यास केंद्रीय श्रम व रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष कुमार गंगवार, भारी उद्योग एवं लोक उधम राज्य मंत्री सह सांसद बाबुल सुप्रिय ने किया. इएसआईसी के सदस्य शिव प्रसाद तिवारी उपस्थित थे. आमंत्रण के बावजूद राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक शामिल नहीं हुए.
केंद्रीय मंत्री श्री गंगवार ने कहा कि अस्पताल में 50 अतिरिक्त बिस्तरों के जोड़े जाने के साथ ही अस्पताल की परिसेवा को उन्नत और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जायेगा. राज्य सरकार के स्तर से योजना के लिए स्वीकृति दिये जाने में हुए विलंब के कारण ही इस योजना में विलंब हुआ. इएसआई अस्पताल में मरीज आपातकालिन चिकित्सा सेवा, ओपीडी, आइसीयू, रेडियोलॉजी, डायग्नॉस्टिक आदि सेवाओं का लाभ ले सकेंगे.
उन्होंने कहा कि देश के 3.25 करोड लोग इएसआईसी से पंजीकृत हैं एवं 500 जिलों में इएसआईसी की मौजूदगी है. पश्चिम बंगाल के 16 जिलों में इएसआइसी काम कर रही है और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को संतोषजनक परिसेवा दे रही है. देश के 40 करोड़ असंगठित श्रमिक इएसआईसी की सुविधा का लाभ ले रहे हैँ.
केंद्रीय मंत्री श्री सुप्रिय ने कहा कि अस्पताल के विकास एवं इसके उन्नयन को लेकर काफी समय से योजना चल रही थी. केंद्र सरकार से 50 करोड़ की राशि से अस्पताल में पचास अतिरिक्त बिस्तर लगाये जायेंगे. मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सका परिसेवा मिल सके इसके लिए निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जायेगा और किसी भी हाल में निर्धारित समय के अंदर पूरा कर लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि 24 मार्च, 2015 को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिल कर इएसआई अस्पताल के विस्तार के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखने का आग्रह किया था.
केंद्र सरकार से इएसआई अस्पताल के लिए पांच करोड रूपये दिये जाने का आश्वासन भी मिला था. परंतु मुख्यमंत्री ने अस्पताल के लिए 25 करोड रूपये की राशि की मांग की थी. मुख्यमंत्री के आग्रह को ध्यान में रखते हुए अस्पताल के लिए 50 करोड़ की स्वीकृति भी दे दी गयी थी. उन्होंने कहा कि एक आधुनिक अस्पताल में जो परिसेवाएं होनी चाहिए वह यहां उपलब्ध होगी.
उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षोँ में प्रधानमंत्री रिलीफ फंड के 1.25 करोड की राशि का उपयोग इस क्षेत्र के गंभीर बिमारियों से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए किया गया है.
भाजपा के जिलाध्यक्ष लखन घुरूई, जिला सचिव उपासना उपाध्याय, जिला महिला मोर्चा उपाध्यक्ष आशा शर्मा, जिला आईटी सेल प्रभारी संतोष कुमार वर्मा, मंडल अध्यक्ष मदन मोहन चौबे, बापी साहा, संतोष सिंह, शंभुनाथ गुप्ता, सुस्मिता दास आदि उपस्थित थे.
श्रम मंत्री मलय घटक रहे अनुपस्थित समारोह में
विकास कार्यों में भी भाजपा और तृणमूल के बीच का विवाद दिखा. आमंत्रण के बाद भी राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक इसमें शामिल नहीं हुए. केंद्रीय राज्यमंत्री श्री सुप्रिय ने कहा कि वे संसदीय क्षेत्र में होनेवाले हर उन्नयन समारोह में राज्य के श्रम, विधि- न्याय व पीएचई मंत्री मलय घटक एवं मेयर जितेंद्र तिवारी को आमंत्रित करते हैं.
इस बार भी उन्हें आमंत्रित किया गया था. परंतु वे नहीं आये. बुधवार की संध्या मंत्री श्री घटक ने उन्हें पत्र लिखकर समारोह में शामिल होने में असमर्थता प्रकट करते हुए कहा कि केंद्र सरकार इएसआई स्कीम में एक भी रूपये खर्च नहीं करती है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के जनप्रतिनिधियों को मिल कर कार्य करना होगा तभी जनता की जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा और समस्याओं का समाधान संभव होगा.
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