कोर्ट के आदेश के आलोक में मजिस्टेट्र की मौजूदगी में कार्रवाई पूरी
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आसनसोल : शशांक सहित तीन के लिये गये फिंगर प्रिंट
कोर्ट के आदेश के आलोक में मजिस्टेट्र की मौजूदगी में कार्रवाई पूरी मुथूट फाइनेंस डकैती कांड में साक्ष्य मजबूत करने में जुटा सीआईडी आसनसोल : वित्तीय संस्था मुथूट फाइनेन्स आसनसोल कोर्ट मोड़ शाखा डकैती कांड में गिरफ्तार तथा आसनसोल महकमा अदालत के न्यायिक हिरासत में बंद तीन आरोपी शशांक सिंह, राजीब सिंह और ठाकुर नवरंग […]
मुथूट फाइनेंस डकैती कांड में साक्ष्य मजबूत करने में जुटा सीआईडी
आसनसोल : वित्तीय संस्था मुथूट फाइनेन्स आसनसोल कोर्ट मोड़ शाखा डकैती कांड में गिरफ्तार तथा आसनसोल महकमा अदालत के न्यायिक हिरासत में बंद तीन आरोपी शशांक सिंह, राजीब सिंह और ठाकुर नवरंग कुमार सिंह का मंगलवार को अदालत की अनुमति से जांच एजेंसी सीआईडी के अधिकारियों ने फिंगर प्रिंट, थ्री डायमेंशन फोटो और सिर्फ शशांक का हैंडराइटिंग का नमूना लिया. यह सारी प्रक्रि या आसनसोल अदालत के सातवें ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अनंदिया सेन की निगरानी में उनके कक्ष में स्¨पन्न हुयी. सीआईडी अब मामले के मुख्य आरोपी सुबोध कांत सिंह को जयपुर राजस्थान से प्रोडक्शन वारंट के आधार पर आसनसोल लाकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है. सीआईडी का दावा है कि वह बहुत जल्द ही सुबोध को यहां लायेगी.
क्यों यह सारी प्रक्रिया अपनायी गयी
आसनसोल कोर्ट मोड शाखा मुथूट फाइनेंस में 23 दिसंबर, 2017 को सुबह आठ बजकर 55 मिनट पर डकैती हुयी थी. 45 मिनट तक अपराधियों ने सभी को बंधक बनाकर आठ करोड रु पये की संपत्ति लूट कर आसानी से निकल गये. सवा दस बजे इसकी सूचना सीआईडी को दी गयी. सीआईडी के अधिकारियों ने संभावित डकैतों की पहचान के आधार पर जांच आरंभ की. आरोपियों के पकड़े जाने के बाद उन्हें मामले में सजा दिलाने के लिए साक्ष्यों को मजबूत करने के लिए सीआईडी ने तकनीकी सहारा लिया है. जिसके तहत मंगलवार को अदालत की अनुमति से आरोपियों की थ्री डायमेंशन फोटो, फिंगर प्रिंट और हैंराइिटंग का नमूना लिया गया.
घटना के दिन मुथूट की शाखा में सभी जगहों से फिंगर प्रिंट संग्रह करके फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था. मंगलवार को लिए गए आरोपियों के फिंगर प्रिंट को भी जांच के लिए भेजा जायेगा और घटना के दिन लिए गए फिंगर प्रिंट से मिलाया जायेगा. थ्री डाइमेंशन फोटो को घटना के दिन के सीसीटीवी फुटेज के साथ मिलाया जायेगा.
शशांक के हैंडराइटिंग से चिरकुंडा ऑटो एजेंसी से बाइक खरीदने के दौरान रजिस्टर पर शशांक ने जो हस्ताक्षर किया था, उससे मिलाया जायेगा. यह सारे तकनीकी साक्ष्य सेआरोपियों के डकैती कांड में शामिल होने की पुष्टि होगी. जिसे आरोपियों के खिलाफ अदालत में पेश कर मामले को मजबूत किया जाएगा ताकि पकडे गए सारे आरोपियों को सजा हो सके.
अदालत ने जब्त सोना लाने का आदेश दिया
पटना (बिहार) के रूपसपुर थाना इलाके में बिहार पुलिस की एसटीएफ टीम के साथ मुठभेड में मुथूट डकैती कांड का मुख्य आरोपी सुबोध कांत सिंह पकड़ा गया था. उसकी निशानदेही पर उसके अन्य सहयोगी राजीबनगर थाना इलाके से पकडे गए थे. एसटीएफ ने इनके पास से 15.800 किलोग्राम सोने के जेवरात बरामद किया था.
मुथूट के कर्मियों ने इस जेवरात को उनका होने की पहचान की थी. जेवरात का वजन करने थाना में आये सोनार ने भी माना था कि अधिकांश जेवरात बंगाली मॉडल के है. जांच एजेंसी सीआईडी ने सारे जेवरात मुथूट केश कनेक्सन में आसनसोल अदालत के ज्यूडिशियल कस्टडी में लाने अपील की थी. जिसे अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने मंजूरी दे दी. अब यह जेवरात पटना अदालत से आसनसोल अदालत के ज्यूडिशियल कस्टडी में लाये जायेंगे.
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