सीआइएल का उत्पादन लक्ष्य बढ़ा कर किया छह सौ मिलियन टन
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कोयले का ग्रेड गिरने पर प्रबंधन का कड़ा रूख
सीआइएल का उत्पादन लक्ष्य बढ़ा कर किया छह सौ मिलियन टन कंडक्ट एंड डिसिप्लन एपिल रूल लागू कर की जायेगी कार्रवाई सांकतोडिया : कोयले का ग्रेड गिरने से कोयला अफसरों पर खतरा मंडराने लगा है. कोल इंडिया की उत्पादन लक्ष्य चालू वित्तीय वर्ष में बढ़ाकर छह सौ मिलियन टन कर दी गई है, पर आवश्यक […]
कंडक्ट एंड डिसिप्लन एपिल रूल लागू कर की जायेगी कार्रवाई
सांकतोडिया : कोयले का ग्रेड गिरने से कोयला अफसरों पर खतरा मंडराने लगा है. कोल इंडिया की उत्पादन लक्ष्य चालू वित्तीय वर्ष में बढ़ाकर छह सौ मिलियन टन कर दी गई है, पर आवश्यक संसाधन व जमीन के लिए अनुमति नहीं मिल सकी. सेंटर पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेस की रिपोर्ट में निम्न ग्रेड से एक स्थान ऊपर मिलने पर कंपनी ने सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है.
ईसीएल सूत्नों ने बताया कि कंपनी ने कंडक्ट एंड डिसिप्लन एपिल रूल लागू कर अफसरों की छंटनी एवं सुविधा में कटौती करना शुरू कर दिया है. सूची बनाने की प्रक्रि या शुरू होने से अफसरों में हडकंप मच गया है. ईसीएल समेत कोल इंडिया की आठ आनुषांगिक कंपनियों में 18 हजार ई-वन से ई-आठ ग्रेड के तहत विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन अफसरों के परफॉर्मेंस के आधार पर कोल इंडिया ने पहले ही समीक्षा करना शुरू कर दिया था. दिसंबर तक रिपोर्ट जमा करना था, जो जमा कर दिया गया है. इसके पहले ही कंपनी की परफॉर्मेंस रिपोर्ट की स्थिति स्पष्ट हो गई. सार्वजनिक उपक्र म का रिपोर्ट कार्ड तैयार करने वाली एजेंसी सीपीएसई की रिपोर्ट में कोल इंडिया को फेयरग्रेड मिला. यह पुअर परफॉर्मेंस से सिर्फ एक ग्रेड ऊपर होता है.
इस रिपोर्ट के बाद कोल मंत्नालय ने भी सख्त रवैया अपनाते हुए कंडक्ट एंड डिसिप्लिन एपिल रूप लागू करने में जुट गया है. कोयला क्षेत्न से जुड़े जानकारों का कहना है कि रिपोर्ट में निम्न श्रेणी आने की मुख्य वजह यह है कि केंद्र सरकार कंपनी से 50 हजार करोड़ रूपये ले चुकी है. उत्पादन लक्ष्य 600 मिलियन टन कर दिया गया है. आवश्यक संसाधन उपलब्ध नहीं कराया. इसी तरह कई खदानों को जमीन अधिग्रहण की अनुमति नहीं मिल पाई है. इससे कंपनी की स्थिति थोड़ी बिगड़ी है.
हालांकि कंपनी 10 हजार कराड़ प्रॉफिट में है पर यह राशि पहले की अपेक्षा कम मानी जा रही है, इसलिए कंपनी ने अफसरों की छंटनी और सुविधा में कटौती करनी शुरू कर दी है. 50 से 55 वर्ष उम्र वाले अफसरों के परफॉर्मेंस रिपोर्ट खराब होने पर पहले छंटनी की योजना बनाई है. इसमें विजिलेंस जांच, अनियमतिता व अन्य क्रि मिनल मामले में शामिलवाले अधिकारी शामिल है. खासतौर पर ई -आठ ग्रेड वाले अफसर को शामिल किया गया है. सूची बनाने का काम लगभग पूरा हो चुका है. इससे अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है. सूची फाइनल होने पर सीएमडी कोल इंडिया मुख्यालय भेज देंगे.
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