बचाव, रोकथाम के लिये लोग लगाये बैठे हैं प्रशासन से आस
मच्छरनाशक हरसंभव उपाय करने की मांग
दुर्गापुर : कई दिनों तक हुई लगातार बारिश के बाद शिल्पांचल में इन दिनों डेंगू के बढ़ते प्रकोप तथा डेंगू से हुई मौत के मद्देनजर प्रशासन को सतर्क हो जाना चाहिए. शिल्पांचलवासियों का यह कहना है. उनके अनुसार प्रशासन की ओर से जगह-जगह डेंगू सजगता अभियान चलाया जाना चाहिये. इसके तहत विभिन्न वार्डों में माइकिंग की जानी चाहिए व लोगों के बीच पर्चियां बांटी जानी चाहिये. इसके साथ ही लोगों को अपने आसपास सफाई कापूरा ख्याल रखने व मच्छरों से बचने के लिए उचित कदम उठाना चाहिये. चिकित्सकों के अनुसार डेंगू मच्छरजनित एक खतरनाक रोग है.
यह डेंगू के वायरस के कारण उत्पन्न होता है. डेंगू मच्छर काटने के तीन दिन से सप्ताह या दो सप्ताह के अंदर डेंगू के लक्षण सामने आने लगते हैं.डेंगू के चलते मनुष्य के शरीर के रक्त के सबसे अहम अवयव प्लेटलेट्स धीरे-धीरे कम होते जाते हैं और उसके परिणाम स्वरूप व्यक्ति की मौत तक हो सकती है.
डेंगू के लक्षण: बुखार, सर दर्द, मांसपेशियों व हड्डी के जोडों में दर्द, त्वचा में दिदोरा, लाल चकत्ता व फटन, मुंह व नाक से लार व द्रव्य स्त्राव, जी मचलना, उल्टी की तरह लगना, डायरिया आदि
डेंगू होने के कारण: एिडस इजिप्शिया नामक मच्छर के काटने से डेंगू का वायरस मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है. विशेषज्ञ कहते हैं कि डेंगू का मच्छर आम तौर पर सूर्योदय व सूर्यास्त के आसपास के समय में काटता है. डेंगू पीड़ित किसी व्यक्ति के संक्रिमत रक्त को अच्छे व्यक्ति को चढ़ा दिए जाने से भी उस व्यक्ति को डेंगू हो सकता है.
डेंगू से बचने के उपाय: डेंगू का उपरोक्त में से कोई भी लक्षण नजर आते ही तुरंत निकट के स्वास्थ्य केंद्र, सरकारी अस्पताल अथवा विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करें. समय रहते डेंगू का इलाज संभव है अन्यथा यह जानलेवा सिद्ध हो सकता है.
यह भी है जरूरी: अपने घर व आसपास साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखें. कहीं भी किसी भी जगह या पात्र में जलजमाव न होने दें. मच्छरनाशक हरसंभव उपायों को अपनाएं.