नयी दिल्ली/कोलकाता: वाम मोरचा के 30 से ज्यादा सांसदों ने सरकार से सारधा चिटफंड घोटाले की सीबीआइ जांच कराने की मांग की है. इन सांसदों का कहना है कि मामले में गिरफ्तार राज्यसभा सदस्य ने घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के शामिल होने का बयान दिया है.
वहीं, तीन राज्य भी घोटाले की सीबीआइ जांच चाहते हैं. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता सीताराम येचुरी व बासुदेव आचार्य की अगुवाई में वाम सांसदों ने बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन दिया.
ज्ञापन पर संसद के दोनों सदनों के 30 से ज्यादा सदस्यों के हस्ताक्षर हैं. बैठक के बाद येचुरी ने संवाददाताओं से कहा : लाखों लोगों के साथ हजारों करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई है.
इस राशि का दुरुपयोग राजनीतिक उद्देश्य से किया गया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की किसी एजेंसी द्वारा निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं है. चूंकि सारधा समूह का नेटवर्क देशभर में कई राज्यों में फैला हुआ है, ऐसे में घोटाले की जांच सीबीआइ जैसी किसी एजेंसी से कराने की जरूरत है. ज्ञापन में कहा गया है कि असम, त्रिपुरा व ओड़िशा जैसे राज्य पहले ही सारधा घोटाले की सीबीआइ जांच की मांग कर चुके हैं.