कोलकाता. भारतीय रेलवे के 7075 लोको इंजनों को एसी केबिन से लैस किया गया है. साथ ही महिला लोको पायलट के लिए लगभग 815 इंजन केबिन में शौचालय की व्यवस्था की गयी है. पिछले दिनों रेलवे में लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट और महिला लोको पायलटों की ड्यूटी प्रक्रिया चर्चा का विषय बनी हुई है. इसी बीच भारतीय रेलवे ने सभी जोन के लिए लगभग 15000 भर्ती निकलने की बात बतायी. साथ ही पूर्व रेलवे में अगस्त महीने में लगभग 1260 ट्रेन ड्राइवरों के पदोन्नति कोटे से रिक्तियां भरी जाने वाली हैं. सोशल मीडिया पर चल रेलवे विरोधी खबरों पर विराम लगाते हुए रेलवे ने बताया कि वर्तमान में रनिंग स्टाफ की संख्या 34,000 है. रेलवे ने दावा किया है कि 2014 से लेकर 2024 तक कुल 7,000 से अधिक लोको केबिनों को वातानुकूलित किया गया है. इसके साथ ही रेलवे बोर्ड के निर्देश के बाद भारतीय रेलवे में 800 से ज्यादा इंजनों में शौचालय की व्यवस्था की गयी है. इधर, रनिंग रूम में भी काफी सुधार हुआ है. लगभग सभी 558 रनिंग रूम अब वातानुकूलित किये जा चुके हैं.
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