एटीएम जालसाजी :दिल्ली के एटीएम से निकाले गये सारे रुपये
सीसीटीवी फुटेज में मिले कई सुराग
दिल्ली रवाना हुई पुलिस की विशेष टीम
कोलकाता : 48 घंटों में महानगर के 22 लोगों के खाते से लगभग पांच लाख रुपये उड़ा लिये गये. सबसे चकित करने वाली बात है कि 22 लोगों में सभी जादवपुर निवासी हैं. किसी के पास ना कोई फोन आया और न ही किसी से पासवर्ड और पिन मांगे गये. बगैर इसके ही एटीएम जालसाल गिरोह ने उनके खाते से रुपये उड़ा लिये.
पीड़ित व्यक्तियों ने जादवपुर थाने में शिकायत दर्ज करायी है. प्राथमिक जांच में पता चला है कि सभी रुपये दिल्ली के एटीएम काउंटरों से निकाले गये हैं. वहां से पुलिस को कुछ सीसीटीवी फुटेज भी मिले हैं. कोलकाता पुलिस की विशेष टीम एटीएम जालसाज गिरोह को दबोचने के लिए दिल्ली के लिए रवाना हो गयी है.
10 हजार से तीस हजार तक निकाले गये रुपये
पुलिस के मुताबिक रविवार से इस तरह की घटना शुरू हुई. सोमवार साढ़े छह बजे शाम तक 22 लोगों के बैंक के खाते से एटीएम के जरिए रुपये उड़ा लिये गये. उनमें अनामिका हालदार, अनीशा भादुरी, प्रियंका दासगुप्ता, श्यामल कर्मकार, वरुण हाल्दार समेत 22 पीड़ित शामिल हैं.
किसी का पीएनबी बैंक तो किसी का एसबीआइ तो किसी का एचडीएफसी में खाता है. इस तरह से सरकारी और गैर सरकारी बैंक के ग्राहकों के एटीएम से दस हजार से लेकर तीस हजार तक रुपये निकाले गये हैं. इस तरह कुल पांच लाख रुपये निकाले गये हैं.
छान मारे एटीएम, नहीं मिली स्कीमर डिवाइस
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि इस तरह की घटना सामने आते ही कोलकाता पुलिस की टीम ने महानगर के लगभग प्राय: अधिकतर एटीएम की जांच की. जांच में कोई स्कीमर डिवाइस नहीं मिली.
दो एटीएम से डाटा कलेक्ट करने का संदेह
पुलिस का अनुमान है कि कसबा में पिछले साल स्कीमर डिवाइस लगा कर एटीएम से रुपये निकालने के मामले में कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
अप्रैल 2019 में जादवपुर में दो एटीएम में स्किमर डिवाइस लगाये जाने का मामला भी सामने आया था, उस समय ही पुलिस ने उससे जुड़े गिरोह को भी पकड़ा था.
साथ ही उसके पहले इन ग्राहकों द्वारा उक्त एटीएम से कभी न कभी रुपये वहां से निकाले होंगे, जिस कारण से वहां से गिरोह ने डाटा कलेक्टर कर लिया हो. पुलिस हर नजरिए से जांच कर रही है.
रोमानियाई गैंग या कोई नया गैंग
पुलिस का कहना है कि पिछले साल महानगर में स्कीमर लगा कर एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर करीब 76 लोगों के खाते से रुपये उड़ाने के मामले में कोलकाता पुलिस ने रोमानियाई गैंग के कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस का अनुमान है कि कहीं उसी गैंग का कोई सदस्य इसमें लिप्त तो नहीं है या कोई नया गैंग शामिल है, क्योंकि जिन लोगों के एटीएम से रुपये निकाले गये हैं, वह एक न एक बार अप्रैल से पहले उक्त जादवपुर के दो एटीएम से रुपये निकाले थे. कहीं वहां से डाटा कलेक्ट कर रखे गिरोह के लोगों ने ही ऐसा किया हो.
तीन माह पर चेंज करें पिन
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने कहा कि सुरक्षा के लिए सारे तरीके अपनाये गये हैं. बैंक के अधिकारियों के साथ भी बैठक हुई है. एटीएम के पास एंटी स्कीमिंग डिवाइस की भी जांच की गयी है. वर्तमान में सारे सही है. पुलिस की अपील है कि कम से कम तीन महीने पर एक बार अपने एटीएम का पिन जरूर बदलें, यह उनके एटीएम की सुरक्षा के लिए जरूरी है.