कोलकाता: एकुशे जुलाई के कार्यक्रम में राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के राजनीतिक संदेश पर पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों के अलावा राजनीतिक विश्लेषकों की भी नजर रहनेवाली है.
लोकसभा चुनाव में राज्य में भारी सफलता हासिल करने के बाद भी राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी का महत्वपूर्ण न रहना हो या फिर पार्टी के भीतर सिंडिकेट को लेकर चल रही कलह हो या फिर राज्य में भाजपा का बढ़ता जनाधार, सोमवार को होने वाला तृणमूल कांग्रेस का शहीद दिवस कार्यक्रम कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि एकुशे जुलाई के इस कार्यक्रम के जरिये ममता बनर्जी हर वर्ष राजनीतिक संदेश देती रही हैं. पिछली बार लोकसभा चुनाव में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन का उन्होंने आह्वान किया था. कार्यकर्ताओं ने उनके इस आह्वान को पूरी तरह पूरा किया था. शहीद दिवस को 21 वर्ष पूरे हो रहे हैं. अब तृणमूल कांग्रेस को आंतरिक कलह से लेकर भाजपा तक से कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. माना जा रहा है कि धर्मतला में शहीद दिवस के समावेश के जरिये ममता बनर्जी अगले वर्ष के कोलकाता नगर निगम चुनाव में पार्टी की सफलता के लिए कार्यकर्ताओं को दिशा निर्देश देने के अलावा 2016 के विधानसभा चुनाव के लिए भी कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने का काम कर सकती हैं. इधर तृणमूल कांग्रेस का समूचा तंत्र इस रैली को सफल बनाने की कवायद में जुट गया है. शहीद दिवस कार्यक्रम का स्टेज हर बार की तरह इस बार भी धर्मतला में विक्टोरिया हाउस के सामने बनेगा. मुख्य स्टेज तीन स्तरों में बंटा होगा. सबसे ऊंचा स्टेज पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी व अन्य आला नेताओं के लिए होगा. पार्टी के प्रतिनिधि दूसरे स्टेज पर होंगे. नवनिर्मित शहीद वेदी का अनावरण मुख्यमंत्री करेंगी.
कितनी होगी भीड़: शहीद दिवस के मौके पर राज्य भर से लाखों तृणमूल समर्थकों की भीड़ उमड़ती है. उत्तर बंगाल से लेकर जंगलमहल तक से पार्टी के समर्थक यहां पहुंचते हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक भीड़ के पूर्व के सभी रिकॉर्ड के तोड़ देने की संभावना है. इससे समूचा कोलकाता कमोबेश ठप हो सकता है.
सितारों की मौजूदगी: शहीद दिवस के मौके पर टॉलीवुड के सितारों का जमघट लगने की संभावना है. पार्टी के राज्यसभा सांसद मिथुन चक्रवर्ती व लोकसभा सांसद मुनमुन सेन के अलावा पार्टी से जुड़े अन्य सभी फिल्म-टीवी कलाकारों के अलावा उससे जुड़े कला व संस्कृति जगत के सितारे मौजूद रहेंगे.
शहीद दिवस के साथ विजय उत्सव भी: शहीद दिवस के अवसर पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से विजय उत्सव भी पालन किया जायेगा. लोकसभा चुनाव में पार्टी की भारी जीत के बाद औपचारिक रूप से कोई उत्सव पार्टी ने नहीं मनाया था. पार्टी के महासचिव मुकुल राय ने सियालदह स्टेशन पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इस अवसर पर लोकसभा चुनाव में जीत की खुशी का उत्सव भी मनाया जायेगा. श्री राय सियालदह स्टेशन पर सभा के लिए पहुंच रहे पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे.
कौन नहीं पहुंचेगा: रिजवानुर व रुकबानुर रहमान की मां किश्वर जहां इस बार शहीद दिवस के कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगी. संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने बताया कि तबीयत के ठीक न होने की वजह से वह भाग लेने नहीं पहुंचेंगी. उल्लेखनीय है कि रिजवानुर कांड के सिलसिले में राज्य सरकार ने आइपीएस अधिकारी ज्ञानवंत सिंह को क्लीन चिट दे दी है.
21 जुलाई, 1993 को युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के राइटर्स अभियान के दौरान कथित तौर पर पुलिस द्वारा की गयी फायरिंग में करीब 13 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत की घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी 21 जुलाई को शहीद दिवस का पालन करती आयी हैं जिसमें वह पार्टी की भावी कार्य सूची की घोषणा भी करती हैं.
हमारे आवेग के साथ जुड़ा एकुशे जुलाई
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट करते हुए ‘एकुशे जुलाई’ को अपने आवेग के साथ जुड़ा बताया. उन्होंने लिखा कि यह हमारी स्मृति व आवेग के साथ जुड़ा हुआ है. यह आजीवन हमारी स्मृतियों में रहेगा. एकुशे जुलाई का आंदोलन को 21 वर्ष हो गये हैं. इसे सभी को मिलकर मनाना चाहिए.