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दिल्ली के करोलबाग स्थित ज्वेलरी वर्कशॉप के कर्मचारी ने रची साजिश, जन्मदिन पार्टी में लूटा करोड़ों का सोना
कोलकाता : बेटे के जन्मदिन की एक सुनियोजित पार्टी का आयोजन कर स्वर्ण वर्कशॉप में सुरजीत नामक एक कर्मचारी ने अपने साथियों को नशीली मिठाई खिलाकर बेहोश करने के बाद वहां से तकरीबन तीन किलो सोना लूटकर फरार हो गया. घटना दिल्ली के करोलबाग इलाके के रैगरपुरा में स्थित एक ज्वेलरी वर्कशॉप की है. काफी […]
कोलकाता : बेटे के जन्मदिन की एक सुनियोजित पार्टी का आयोजन कर स्वर्ण वर्कशॉप में सुरजीत नामक एक कर्मचारी ने अपने साथियों को नशीली मिठाई खिलाकर बेहोश करने के बाद वहां से तकरीबन तीन किलो सोना लूटकर फरार हो गया. घटना दिल्ली के करोलबाग इलाके के रैगरपुरा में स्थित एक ज्वेलरी वर्कशॉप की है. काफी मशक्कत के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस की मदद से दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच की एक टीम ने उसे महानगर से गिरफ्तार किया. उसके पास से चोरी का लगभग 80 प्रतिशत सोना जब्त कर लिया गया है. गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर बाकी के गहने बरामद करने की कोशिश जारी है.
क्या है मामला
पुलिस सूत्रों के मुताबिक चार नवंबर की रात को सुरजीत अपने बेटे की जन्मदिन की पार्टी वर्कशॉप में रखी थी. इस पार्टी में उसने अन्य खाद्य पदार्थ के साथ मिठाई में नशीली दवा मिलाकर साथियों को खिला दी जिससे सभी वर्कशॉप के अंदर ही बेहोश हो गये. इसी का फायदा उठाकर सुरजीत ने वर्कशॉप से एक करोड़ से ज्यादा का तकरीबन तीन किलो सोना लूटकर वहां से भाग गया.
अगले दिन वर्कशॉप में अचेत मिले सभी कर्मचारी : वर्कशॉप मालिक कौशिक गोस्वामी ने इसकी शिकायत स्थानीय थाने में दर्ज करायी. उसने बताया कि उनके घर और ज्वेलरी वर्कशॉप के बीच ज्यादा दूरी नहीं है. वह चार नवंबर की रात वर्कशॉप में काम खत्म होने पर घर चले गये थे. उस समय वहां लगभग 10-12 कारीगर काम कर रहे थे. अगली सुबह जब वे अंदर पहुंचे तो सभी बेहोशी की हालत में मिले. अंदर सारे सोने के साथ सुरजीत गायब था.
चोरी के गहनों को बना दिया था स्वर्णचूर्ण
पुलिस का कहना है कि आरोपी स्वर्ण कारीगर है, लिहाजा वह खुद गोल्ड मैकिंग जानता था. इसलिए कुछ जेवरातों को सोने के पावडर में बदल दिया था. बाकी को बेचकर इस रुपये से घर लेकर यहां बसने की तैयारी कर रहा था. उसके पास से लगभग 1700 ग्राम शुद्ध सोना, पांच लाख रुपये नकद व काफी गोल्ड पावडर जब्त हुआ है. डीसीपी का दावा है कि टोटल रिकवरी लगभग 80 फीसदी है. इस पूरे ऑपरेशन में क्राइम ब्रांच के कांस्टेबल सूर्या की बड़ी भूमिका रही जिसके कारण समय रहते आरोपी का सुराग मिल सका और लूट का अधिकतर सोना जब्त कर लिया गया.
रिश्तेदार की मदद से किराये के मकान में रह रहा था
दिल्ली क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश देव ने बताया कि मामले की जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को मिलने के बाद इसकी जांच शुरू हुई. तकनीकी स्त्रोत के जरिये उन्हें पता चला कि फरार सुरजीत दक्षिण 24 परगना के डायमंड हार्बर इलाके में अपने एक रिश्तेदार के यहां आकर उनकी मदद से किराये का घर लेकर यही स्थायी तौर पर बसने की तैयारी कर रहा है. इसके बाद बंगाल पुलिस की मदद से उसके घर से उसे गिरफ्तार किया गया.
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