Ram Navami in UP : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी पर्व एवं त्योहारों को लेकर रविवार को कानून व्यवस्था की समीक्षा की. इस बैठक में सीएम योगी ने कहा कि आगामी दिनों में चैत्र नवरात्रि, रामनवमी, ईद-उल-फितर, बैशाखी आदि महत्वपूर्ण पर्व-त्योहार आने वाले हैं. पिछले 10 वर्षों में केंद्र सरकार और प्रदेश में 8 वर्षों में सभी धर्म-सम्प्रदाय के पर्व-त्योहारों के आयोजन शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुए हैं. इस क्रम को आगे भी बनाये रखना होगा. परंपरा के विरुद्ध कोई भी कार्य न किया जाए. अराजकता फैलाने वाले तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाए. बैठक के दौरान और क्या–क्या निर्देश दिए गए जानें…
1. सीएम योगी ने निर्देश दिए कि पर्व-त्योहारों के दौरान अनेक स्थानों पर शोभायात्राएं निकलेंगी और मेले आदि लगेंगे. उल्लास और उमंग के इस विशेष पर्व पर कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है. अतः हमें सतत सतर्क-सावधान रहना होगा. शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं.
2. पर्व-त्योहार में शासन द्वारा सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. सभी पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं. अलविदा की नमाज के मौके पर विशेष सतर्कता रखें. ईद के अवसर पर साफ-सफाई, स्वच्छता व पेयजल की समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करायें.
3. धार्मिक कृत्यों से सड़क मार्ग बाधित न हो. संवेदनशील क्षेत्रों को चिह्नित करते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए. पुलिस की फुट पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए तथा पीआरवी 112 एक्टिव रहे. सोशल मीडिया को लेकर अलर्ट रहें. लोगों के लिए सकारात्मक संदेश जारी कराएं. पीस कमेटी की बैठक कर लें. शांति और सौहार्द के लिए मीडिया का सहयोग लें. त्वरित कार्यवाही और संवाद-संपर्क अप्रिय घटनाओं को संभालने में सहायक होती है.
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4. थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारीगण अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ बातचीत करें. छोटी सी अफवाह माहौल को बिगाड़ सकती है. ऐसे में पुलिस प्रशासन को अलर्ट रहना होगा. गोतस्करी और अन्य संबंधित अपराध से जुड़े संदिग्ध लोगों पर नजर रखें.
5. श्रीरामनवमी पर अयोध्या और चैत्र नवरात्रि के मौके पर माँ विंध्यवासिनी धाम, देवीपाटन धाम, सहारनपुर में मां शाकुम्भरी धाम व सीतापुर में भी बड़ी संख्या में लोग आएंगे. आस्था और उल्लास के इन महत्वपूर्ण पर्वों के आयोजन को सुशासन, सुव्यवस्था का उदाहरण बनाया जाना चाहिए. भीड़ प्रबंधन के लिए बेहतर नियोजन किया जाना चाहिए. महत्वपूर्ण स्थलों पर आकर्षक साज-सज्जा की जानी चाहिए. तेज गर्मी के बीच लोगों की सुविधा के लिए पेयजल की व्यवस्था, छाजन, मैट आदि की अच्छी व्यवस्था हो. देवी स्थलों पर महिला पुलिस कार्मिकों की विशेष तैनाती की जाए.
6. पर्व-त्योहार के मौके पर स्वास्थ्य सहित सभी तरह की इमरजेंसी सेवाओं को अलर्ट मोड में रखा जाए. सभी एम्बुलेंस अलर्ट मोड में हों.
7. टेंपो, ई-रिक्शा चालकों का प्राथमिकता के साथ वेरीफिकेशन कराया जाए. नाबालिग वाहन न चलाएं. किरायेदारों का भी वेरीफिकेशन कराया जाए. महिला अपराधों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. ओवरलोडिंग को जीरो प्वाइंट पर ही रोका जाए. इसके लिए जनपदों में गठित टास्क फोर्स में परिवहन विभाग के अधिकारियों को भी शामिल किया जाए.