UP Primary School Merger: यूपी में सरकारी स्कूलों के मर्जर को लेकर सियासत तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर लगाए गए एक विवादित होर्डिंग ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी. अमेठी के सपा नेता जयसिंह प्रताप यादव द्वारा लगाए गए इस होर्डिंग में सरकार पर शिक्षा व्यवस्था खत्म करने का आरोप लगाया गया है.
होर्डिंग में सरकार पर तीखा कटाक्ष
होर्डिंग में बड़े अक्षरों में लिखा गया है कि “ये कैसा रामराज्य? बंद करो पाठशाला, खोलो मधुशाला.” दरअसल, योगी सरकार ने हाल में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों को मर्ज करने का फैसला लिया गया था. इस फैसले से प्रदेश के 5 हजार से ज्यादा प्राथमिक स्कूल प्रभावित हुए हैं. इसी नीति का विरोध करते हुए समाजवादी पार्टी की तरफ से होर्डिंग लगाकर योगी सरकार की नीति का विरोध किया गया.
सोशल मीडिया पर वायरल
सपा दफ्तर के बाहर लगते ही यह होर्डिंग राहगीरों की नजरों में आ गया और कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. किसी ने इसे गरीबों की शिक्षा पर हमला बताया, तो कुछ लोगों ने इसे चुनावी स्टंट करार दिया.
सरकार की दलील और विपक्ष का आरोप
सरकार का कहना है कि छात्र संख्या के आधार पर स्कूलों का मर्जर किया गया है, जिससे संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सके और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो. वहीं विपक्ष खासकर समाजवादी पार्टी इसे गरीबों से उनका शिक्षा का हक छीनना बता रही है.
सपा नेता का बयान
सपा नेता जयसिंह प्रताप यादव ने कहा कि योगी सरकार पढ़ने वाले गरीब बच्चों से उनका स्कूल छीन रही है. उन्होंने बताया कि एक तरफ शिक्षा के अधिकार की बात होती है, दूसरी तरफ स्कूल बंद किए जा रहे हैं. यही है रामराज्य?

