बिजनौर :उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में शनिवार देर रात अज्ञात हमलावरों ने एनआईए के एक अधिकारी तंजील अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी. प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकारी के साथ उनकी पत्नी भी थीं. गोली लगने से अधिकारी की मौत घटनास्थल पर ही हो गई जबकि इस हमले में उनकी पत्नी घायल हो गईं. उन्हें इलाज के लिए नोएडा रेफर किया गया है जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. एनआईए अधिकारी का पार्थिव शरीर को दिल्ली स्थित उनके आवास लाया गया है.
इधर अधिकारी की हत्या मामले में गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी एक्शन में आ गये हैं. उन्होंने हत्या मामले की जांच कर रहे अधिकारियों से जानकारी ली. उन्होंने कहा, मैंने संबंधित अधिकारियों से बात की है. हमारी टीम जांच-पड़ताल के लिए वहां गई है और जल्द अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.
अहमद के भाई ने कहा कि उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. तंजील अहमद बीएसएफ से एनआई से आए थे और दिल्ली में पोस्टेड थे. तंजील अहमद बिजनौर ब्लास्ट की जांच टीम में भी शामिल थे.
महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) भगवान स्वरुप ने कहा, ‘‘मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने तंजील अहमद की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब वह एक शादी समारोह में शामिल होकर अपनी पत्नी फरजाना के साथ लौट रहे थे.’ नई दिल्ली में एनआईए महानिरीक्षक संजीव कुमार ने इस हमले को एक ‘‘सुनियिोजित हमला’ करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे अधिकारियों में से एक, अत्यंत बहादुर अधिकारी तंजील अहमद बीती रात एक समारोह में शामिल होने अपने घर गए थे. जब वह समारोह से वापस आ रहे थे तब उन पर सुनियिोजित हमला किया गया और उन पर गोली चलाई गई.’ कुमार ने कहा, ‘‘वह (तंजील) गोलीबारी में मारे गए और उनकी पत्नी घायल हो गईं जिन्हें नोएडा स्थित फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वह (तंजील) बीएसएफ में सहायक कमांडेंट थे और एनआईए में प्रतिनियुक्ति पर थे.’
कुमार ने कहा कि अहमद ‘‘एनआईए में निरीक्षक थे, लेकिन बीएसएफ में सहायक कमांडेंट थे.’ उन्होंने कहा, ‘‘हत्या की जांच जारी है. अभी उत्तर प्रदेश पुलिस, उत्तर प्रदेश एटीएस, एनआईए, लखनउ से एनआईए के डीआईजी और उनकी टीम, सभी घटनास्थल पर हैं.’ बिजनौर के एसएचओ राजकुमार ने कहा, ‘‘अधिकारी अपनी भांजी की शादी में शामिल होने के बाद अपनी पत्नी के साथ लौट रहे थे. दो अज्ञात बाइक सवारों ने उनकी कार को रोका और उन्हें गोली मार दी. उन्हें पास के एक अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया.’ पुलिस ने बताया कि उनकी पत्नी हमले में बुरी तरह घायल हो गईं.
एक सवाल के जवाब में स्वरुप ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि अहमद पठानकोट आतंकी हमले की जांच से जुडे थे या नहीं. उन्होंने कहा कि यह केवल एनआईए बता सकती है कि वह पठानकोट हमले की जांच से जुडे थे या नहीं.
अहमद पांच साल से एनआईए के लिए काम कर रहे थे.