लखनऊ / नयी दिल्ली : पहले बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिये बहार ला चुके प्रशांत किशोर को अब यूपी में कांग्रेस अपने पाले में कर रही है. चुनाव जीत का फंडा तैयार करने में कांग्रेस प्रशांत किशोर का सहारा लेगी. दिल्ली में आज होने वाली कांग्रेस की बैठक में प्रशांत किशोर को भी बुलाया गया है. इस बैठक का नेतृत्व कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे. हालांकि यूपी में विधानसभा चुनाव होने में अभी समय है लेकिन कांग्रेस अभी से कोई कोर-कसर बाकी रखना नहीं चाहती है.
कांग्रेसी सूत्रों की माने तो प्रशांत किशोर पर पार्टी दाव ही नहीं लगायेगी बल्कि उनकी सलाह से ही फैसले लिये जायेंगे. यहां तक कि कांग्रेस में नेताओं के चेहरे को लेकर उनसे सलाव मशविरा किया जायेगा. सूत्र बताते हैं कि प्रशांत किशोर चाहते हैं कि यूपी चुनाव में प्रियंका वाड्रा को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित कर दिया जाये. जानकारी के मुताबिक प्रशांत किशोर को दिल्ली में होने वाली बैठक के बाद यूपी चुनाव की रणनीति पर काम करने के लिये खुला छोड़ दिया जायेगा. कांग्रेस पार्टी पहले ही यूपी में कुछ क्षेत्रिय पार्टियों से तालमेल का संकेत दे चुकी है. वहीं दूसरी ओर बसपा से कांग्रेस के रिश्ते भी कुछ खराब नहीं है. इसलिए रणनीतिक स्तर पर कुछ भी संभव है.
गौरतलब हो कि यह वहीं प्रशांत किशोर हैं जिन्होंने हाल में बिहार में महागंठबंधन और जदयू के लिये प्रचार की कमान संभालने का काम किया था और महागंठबंधन को पूर्ण बहुमत से जीत दिलायी थी. नीतीश कुमार की जीत के बाद प्रशांत किशोर एक ब्रांड बन चुके हैं. अब वे यूपी में कांग्रेसी खेमे को चुनाव में विजय श्री का टिका लगाने के लिये काम करेंगे.