लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने आगरा में जबरन धर्मान्तरण की खबरों को गंभीरता से लिया है. पुलिस महानिदेशक ने जिलों के पुलिस कप्तानों को निर्देश दिया है कि वे अपनी खुफिया इकाइयों को एलर्ट करें और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकें.
गृह सचिव कमल सक्सेना ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि राज्य के गृह विभाग ने आगरा में जबरन धर्मान्तरण की खबरों को गंभीरता से लिया है.
पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) ए सतीश गणोश ने कहा कि पुलिस महानिदेशक सभी जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश भेज रहे हैं कि राज्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकें.
गणेश ने बताया कि संबंधित जिला पुलिस प्रमुखों से कहा गया है कि वे अपनी खुफिया इकाइयों को एलर्ट करें और यदि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति होती दिखे तो कडी से कडी कार्रवाई करें.
उन्होंने कहा कि गृह विभाग ने मीडिया में आयी इन खबरों पर संज्ञान लिया है कि ऐसे धर्मान्तरण 25 दिसंबर को अलीगढ में कराने की भी योजना है. प्रशासन से इस बारे में सूचना एकत्र करने को कहा गया है. साथ ही उसे सतर्क रहने को भी कहा गया है.
गणेश ने बताया कि सदर बाजार थाने में इस्माइल नामक व्यक्ति ने किशोरी लाल बाल्मीकि के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है, जिसमें कहा गया है कि उन्हें बीपीएल और आधार कार्ड बनवाने का लालच दिया गया, जिसके बाद वे आठ दिसंबर को हुए समारोह में शामिल हुए.
उन्होंने बताया कि जांच चल रही है और यदि आरोप सही पाये गये तो कडी कार्रवाई की जाएगी. सांप्रदायिक सदभाव बनाये रखना सरकार की प्राथमिकता है.