लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने सपा के साथ गठबंधन को तोड़ते हुए आज घोषणा कर दी है कि भविष्य के सभी चुनाव पार्टी अकेले लड़ेगी. उनकी इस घोषणा से यह साफ हो गया है कि सपा-बसपा गठबंधन अब समाप्त हो गया.
मायावती ने कहा कि हमने सपा के साथ सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलकर उनके साथ गठबंधन किया और अपने धर्म को पूरी तरह निभाया, लेकिन सपा ऐसा नहीं कर सकी.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा का गठबंधन उत्तरप्रदेश में सफल नहीं हो सका, जिसके बाद से दोनों के रिश्तों में खटास आ गयी है. मायावती ने सबसे पहले विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ने की घोषणा की थी. रविवार 23 जून को बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने पार्टी संगठन में अपने भतीजे आकाश आनंद को राष्ट्रीय समन्वयक बनाया है और भाई आनंद कुमार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है. मायावती ने कल अखिलेश पर यह आरोप लगाया था कि उन्होंने गठबंधन धर्म को नहीं निभाया और कई जगहों पर बसपा को हराने का काम किया.पार्टी सूत्रों के मुताबिक, देश के सभी राज्यों में पार्टी को मजबूत करने के लिए आकाश आनंद को अहम जिम्मेदारी दी गयी है. बैठक में मौजूद रहे पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि आकाश आनंद को राष्ट्रीय समन्वयक और आनंद कुमार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है.
उन्होंने बताया कि अमरोहा संसदीय सीट से सांसद चुने गये दानिश अली को लोकसभा में पार्टी का नेता सदन तथा नगीना से सांसद गिरीश चंद्र को मुख्य सचेतक बनाया गया है. बसपा प्रमुख के ऐलान के बाद आकाश आनंद अब पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे. कहा जा रहा है कि पुरानी पद्धति पर काम कर रही बसपा में आकाश के आने के बाद से कई बदलाव आये.
सूत्रों के अनुसार, सामान्यत: मीडिया और सोशल मीडिया से दूर रहने वाली मायावती अपने भतीजे के कहने पर ट्विटर पर आईं और लोकसभा चुनाव से पहले आधिकारिक अकाउंट बनाया. मायावती अब लगातार ट्विटर के जरिए विपक्ष पर हमला बोलती हैं. आकाश अब पार्टी को युवा दृष्टिकोण से आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे.