लखनऊ : उत्तर प्रदेश के नगीना में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रैली को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा कि नगीना वालों ने तो मोदी-मोदी के नारे लगाकर अपनी इच्छा बता दी कि मोदी जी ही देश के प्रधानमंत्री बनने चाहिए. लेकिन ये गठबंधन वाले किसे प्रधानमंत्री बनाएंगे? इनकी न कोई नीति हैं और न कोई रीति, ये तो केवल मोदी जी के डर से एक हुए हैं. रैली की भीड़ देखकर उन्होंने कहा कि आज मैं यहां जो माहौल देख रहा हूं. पूरे देश में इसी प्रकार का माहौल दिखाई दे रहा है.
शाह ने कहा कि विपक्ष के लोग तुष्टिकरण कि राजनीति करने से बाज नहीं आते, अभी कुछ दिन पहले पंचकूला की एक कोर्ट 2007 में समझौता एक्सप्रेस में हुए ब्लास्ट पर फैसला दिया. उस समय की कांग्रेस सरकार ने कहा था कि समझौता एक्सप्रेस बलास्ट हिन्दू आतंकवाद का नमूना है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पूरी दुनिया में विश्व बंधुत्व का भाव बढ़ाने वाले हिन्दू समुदाय को आतंकवाद के साथ जोड़कर बदनाम करने का काम किया. हिन्दू कभी आतंकवादी हो सकता है क्या?शायद राहुल गांधी को नहीं पता कि हम तो चीटियों को भी आटा खिलने वाले लोग हैं, लोगों को कैसे मारेंगे.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आतंकवाद को धर्म के साथ जोड़ने का पाप कांग्रेस ने किया. अपनी वोटबैंक की पॉलिटिक्स के लिए पूरी दुनिया में गौरवशाली हिन्दू समुदाय को बदनाम करने का पाप इन्होंने किया है. उस वक़्त के गृहमंत्री चिदंबरम, सुशिल कुमार शिंदे और स्वयं राहुल गांधी स्वयं अमेरिकी राजदूत से बोले थे कि लश्कर ए तैयबा खतरा नहीं है बल्कि हिन्दू आतंकवाद खतरा है. हिन्दुओं को बदनाम करने के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को देश से मांफी मांगनी चाहिए.
शाह ने कहा कि कांग्रेस ने हिन्दू समुदाय पर आतंकवाद का टैग लगाया. लेकिन सत्य को आप छुपा नहीं सकते. सूर्य को कितने भी बादलों में छिपा दो लेकिन सत्य और सूर्य तेजस्वी होकर हमेशा चमकते हैं. आज इस जजमेंट ने साबित कर दिया हैं कि स्वामी असीमानंद और बाकी सभी लोग निर्दोष है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की वोटबैंक की राजनीति ने देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का काम किया. इसी का नतीजा है कि राहुल गांधी अमेठी छोड़कर केरल की ओर भागे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि इस बार अमेठी में उनका हिसाब-किताब होना तय है.भाजपा प्रमुख अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी डरकर केरल ‘भाग’ गये क्योंकि उन्हें डर था कि अमेठी के मतदाता उनसे जवाब मांगेंगे. राहुल चाहे जहां जाएं, जनता उनसे हिसाब मांगेगी.
सपा-बसपा गंठबंधन पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि वे हमें गन्ना भुगतान पर सलाह दे रहे हैं, जिन्होंने 2011 से 2015 तक गन्ने का भुगतान नहीं किया था. योगी सरकार ने 2017 तक का 57 हजार करोड़ का भुगतान कर दिया है और इस साल का भी पूरा गन्ना का भुगतान चुनाव होने से पहले किसानों के खातों में पहुंच जायेगा.