लखनऊ :उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुरुवार को बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर के परिवार ने मुलाकात की. यह मुलाकात मुख्यमंत्री आवास में हुई. मुलाकात के वक्त सूबे के डीजीपी ओपी सिंह भी मौजूद थे. मुलाकात के बाद डीजीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि दोनों बच्चे होनहार हैं. एक लॉ की पढाई कर रहा है जबकि दूसरा आइएएस की तैयारी में जुटा है. मुलाकात के दौरान सीएम योगी ने न्याय दिलाने का भरोसा दिया है. हम चाहते हैं कि जैसे इन बच्चों के पिता थे वैसे ही ये बच्चे भी स्वाभिमान के साथ अपना जीवन बिताएं. दोनों बच्चों की पढाई में सरकार मदद करेगी.
डीजीपी ने कहा कि 50 लाख की राशि परिवार को दी जाएगी, बैंक से परिवार ने जो लोन लिया है, वह सरकार चुकाएगी. परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने परिवार को हर प्रकार की सहायता देने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि मामले के दोषियों को बख़्शा नहीं जाएगा. परिवार को असाधारण पेंशन, एक सदस्य को नौकरी के साथ उनके नाम पर जैथरा कुरावली सड़क का नाम रखा जाएगा.
शहीद के बड़े बेटे श्रेय ने बताया कि मुख्यमंत्री की ओर से पूरा आश्वासन मिला है कि न्याय मिलेगा. जो भी आरोपी हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी. संकट की इस घड़ी में वह हमारे साथ हैं और रहेंगे. मामले की जांच कहां तक पहुंची, इस सवाल पर डीजीपी ने कहा कि जब जांच पूरी हो जाएगी तो अवगत कराया जाएगा.
मुख्य आरोपित योगेश राज ने खुद को बताया बेकसूर, बजरंग दल ने कहा- सरेंडर करो
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में बुलंदशहर हिंसा मामले के मुख्य आरोपित योगेश राज ने खुद को बेकसूर बताया है. उसने दावा किया है कि जिस समय वहां गोलीबारी हुई, उस समय वह अपने साथियों के साथ स्याना पुलिस थाने में गोकशी की घटना के सिलसिले में शिकायत दर्ज करवा रहा था. गोलीबारी की घटना से मेरा कोई लेनादेना नहीं है और वह बेकसूर है. इधर, बजरंग दल ने अपने बुलंदशहर के संयोजक योगेश राज को पुलिस के समक्ष समर्पण करने को कहा है. साथ ही दक्षिणपंथी संगठन ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट : इंस्पेक्टर के सिर में फंसी थी गोली, शरीर पर लाठी-डंडे के भी निशान
हिंसा में मारे गये इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गयी है. रिपोर्ट के मुताबिक, इंस्पेक्टर की मौत गोली लगने की वजह से हुई थी. लेफ्ट आई ब्रो के पास उन्हें गोली लगी, जो सिर के पीछे के हिस्से में फंस गयी थी. उन्हें गोली छह से आठ फुट की दूरी से मारी गयी थी. जांच में यह भी सामने आया है कि उनके शरीर पर लाठी-डंडों से चार से छह बार हमला किया गया था. सिंह की एक्स-रे रिपोर्ट भी सामने आयी है, जिसमें गोली उनके पिछले हिस्से में फंसी हुई नजर आ रही है. इंस्पेक्टर के परिजनों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को मुलाकात करेंगे.