।। हरीश तिवारी ।।
लेकिन राज्य सरकार की इस योजना का हाल ये है अभी तक इन महिला स्पेशल बसों को चलाने के लिए महिला ड्राइवर नहीं मिल रही हैं. एक माह गुजरने के बाद भी महिला भर्ती का कोई आवेदन नहीं आया. लिहाजा महिला चालकों के न मिलने से परिवहन निगम को जोर का झटका लगा है. ऐसे में निगम के अफसर योजना के तहत चलने वाली महिला स्पेशल बसों को लेकर नियमों में परिवर्तन करने की तैयारी में हैं.
लिहाजा अब नियमों में ढील देते हुए पुरुष ड्राइवरों को इन बसों में नियुक्त किया जाएगा. हालांकि बसों में परिचालक के तौर पर महिला को नियुक्त किया जा सकता है. असल में प्रदेश में महिला चालकों की संख्या बहुत कम है. लिहाजा महिला चालक नहीं मिल पाये हैं. असल में सरकार को लग रहा था कि अन्य प्रदेशों की तरफ प्रदेश में महिला चालक मिल जाएंगी. लेकिन अभी तक महिला चालक मिली नहीं. क्योंकि महिलाओं को वाहन चलाने का अनुभव तो है लेकिन बड़े वाहनों को चलाने का अनुभव महिलाओं के पास नहीं है.
ना ही अभी तक परिवहन विभाग ने महिलाओं को इसके लिए प्रशिक्षण दिया है. प्रदेश भर के आरटीओ कार्यालय में सौ के आसपास महिलाओं के नाम भारी वाहन चलाने के लाइसेंस जारी किये गये हैं. लेकिन इनमें से ज्यादातर छोटे वाहनों को चला रहे हैं.