आगरा के नगर निगम में हुए सदन में शहर की डोर टू डोर सफाई व्यवस्था और स्ट्रीट लाइट का मुद्दा जमकर गर्माया. पार्षदों ने कहा के शहर में डोर टू डोर सफाई की व्यवस्था सही नहीं है. वहीं शहर की तमाम सड़कों पर बंद पड़ी हैं. स्ट्रीट लाइटों को लेकर भी पार्षदों ने काफी विरोध जताया. साथ ही सदन में आगरा की महापौर हेमलता दिवाकर के लिए नए वाहन का इंतजाम करने को करीब 30 लाख रुपए की नई कार खरीदने के प्रस्ताव को भी पारित किया गया.
सोमवार को नगर निगम में हुए सदन में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर चर्चा की गई और उन्हें सर्वसम्मति से पास भी किया गया. इस दौरान पार्षदों द्वारा शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था और डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था में आ रही खामियों को लेकर विरोध भी जताया गया. महापौर ने स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था देख रही ईईएसएल कंपनी को 15 दिन का समय दिया है. अगर 15 दिन में स्ट्रीट लाइट सही नहीं होती है तो कंपनी का करार रद्द कर दिया जाएगा.
इनोवा कार हो चुकी है खराब
वही नगर निगम के सदन में 5 साल पुरानी 2018 मॉडल की इनोवा कार के खराब होने के बाद मेयर ने उसे नगर निगम को लौटा दिया. मामले में जब रार मची तो नगर निगम सदन में मेयर के लिए 30 लाख रुपए की नई कार खरीदने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया.
सदन में पार्षदों ने भवन निर्माण शुल्क में 5 गुना की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी. जबकि म्यूटेशन के लिए सर्किल रेट के एक फीस दी शुल्क के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया. यह प्रस्ताव कार्यकारिणी ने मंजूर कर लिया था. लेकिन सदन ने आम सहमति से इसे खारिज कर दिया.
सदन में पार्षद रवि माथुर ने डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन ना होने का प्रस्ताव पेश किया. जिसमें पार्षदों ने कहा कि केवल मुख्य सड़कों से ही गाड़ियां कूड़ा ले रही हैं. गलियों में हथठेल ही नहीं जाते तो कूड़ा कैसे उठेगा. पार्षद मंगल सिंह, संतोष, अनुराग चतुर्वेदी, बंटी माहौर, सोहेल कुरेशी, कप्तान सिंह आदि ने भी निगम के प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. सदन में कंपनी का कोई प्रतिनिधि मौजूद न होने पर हेमंत प्रजापति ने नाराजगी जताई.
शहर में आवारा घूमने वाले पशुओं पर लगने वाले जमाने को लेकर भी सदन में चर्चा की गई. जिसमें भैंस पकड़ने पर 8000, गाय पकड़ने पर 2000 और घोड़ा पकड़ने पर ₹500 जुर्माना तय किया गया.