सहारनपुर:सहारनपुर में आज जिला प्रशासन ने शांति के मद्देनजर दंगे के बाद हुए कर्फ्यू में आठ घंटे की ढील दी है.सहारनपुर की जिलाधिकारी संध्या तिवारी ने बताया कि सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक शहर के सभी थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू में ढील दी गई है जबकि सभी सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय भी 10 से 5 बजे तक खुले हैं.
सुबह 10 बजते ही अपनी नौकरी और काम पर जाने वाले लोगों की भीड सहारनपुर की सडकों पर नजर आई और जनजीवन सामान्य हो गया.सभी प्रमुख बाजारों, पेट्रोल पम्प, बैंक, कचहरी, खाने पीने की दुकानों पर चहलपहल है.रोडवेज और स्टेशन पर भी आवागमन का सिलसिला शुरु हो गया है. सहारनपुर में स्थिति सामान्य होने के बावजूदू भी पुलिस प्रशासन और अर्धसैनिक बल के जवान स्थिति पर निगाह रखे हुए हैं.जिलाधिकारी संध्या तिवारी ने सहारनपुर वासियों से अपील की है कि वे किसी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें और यहां के माहौल को सामान्य बनाने मे अपना योगदान दें. जिला प्रशासन द्वारा अभी शिक्षण सस्थाओं को खोले जाने का आदेश नहीं दिया गया है.
क्या है मामला
सहारनपुर हिंसा का मुख्य आरोपी मोहर्रम अली उर्फ पप्पू की गिरफ्तारी के बाद से घटना को लेकर कई राज खुले है. सहारनपुर के एसएसपी राजेश कुमार के अनुसार पप्पू ने विवादित जमीन का मामला निस्तारित करने के लिए पप्पू ने गुरुद्वारा कमेटी से 25 लाख रुपये मांगे थे. लेकिन उसमें से उसे 10 लाख रुपये का भुगतान भी हो चुका था. उस जगह पर 25 जुलाई से निर्माण कार्य भी चल रहा था. जब पप्पू को लगा कि उसे पूरे पैसे नहीं मिलेंगे तो उसने 25 जुलाई की रात 3 बजे के आसपास थाने पहुंचा और शहरी के वक्त का फायदा उठाकर कुतबुशेर मश्जिद के शहीद होने की खबर का अफवाह उडाकर भीड जमा करने की और आगजनी करना शुरू कर दिया.
सुनियोजित था दंगा
पुलिस ने पूछताछ के दौरान पता चला कि गुरुद्वारा रोड और अंबाला रोड को पूरी तरह से तबाह करने की पूरी साजिश की गई थी. पुलिस ने पप्पू और और उसके भतीजे इरशाद की गिर फ.तारी से कई राज सामने आये है. पुलिस ने बताया कि घटना की रात पप्पू के गुर्गेआगजना के लिए 100 लीटर केमिकल लेकर आये थे. खुफिया विभाग की टीम ने दर्जन से अधिक लोगों के मोबाइल नंबरों की जांच कर रही है. पप्पू ने शहर को सांप्रदायिक हिंसा में णेंकने की पूरी तैयारी कर ली थी. सिका पता उसके बेटे दानिशए भतीजा इरशाद और हाजी इरफान को 24 घंटे पहले ही चल चुका था. यह बात दानिशने पुलिस के सामने कबूली.पप्पू ने साजिश की थी कि अगर बात नहीं बन सकी तो इशारा मिलने पर उसके बेटे भतीजे के साथ मिलकर भीड में आगजनी शुरु कर दें.