Rourkela News: राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) के निदेशक प्रभारी (डीआइसी) आलोक वर्मा ने बुधवार को इंडो-जर्मन क्लब में आयोजित कार्यशाला में आरएसपी की भावी योजनाओं से मीडिया को अवगत कराया. उनका फोकस राउरकेला स्टील प्लांट का विस्तार कर इसका उत्पादन 9.50 मिलियन टन करने की योजना पर रहा. उन्होंने कहा कि राउरकेला का सर्वांगीण विकास करने के लिए राउरकेला स्टील प्लांट का विस्तार अपरिहार्य है.
विस्थापितों को एनएच के किनारे कॉलोनी बनाकर दी जायेगी
इस कार्यशाला में डीआइसी वर्मा ने कहा कि विस्तारीकरण के लिए राउरकेला स्टील प्लांट के पास पहले से ही आवंटित जमीन है. लेकिन इसमें 12 हजार एकड़ जमीन पर जनसंख्या अधिक होने के कारण घनत्व अधिक है. जिससे जिस जमीन पर घनत्व कम है, उसी जमीन पर प्लांट का विस्तार किया जायेगा. इसके कारण जो लोग विस्थापित होंगे, उनके लिए सभी सुख-सुविधा के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे 15 एकड़ जमीन पर कॉलोनी बनाकर दी जायेगी. प्लांट का उत्पादन बढ़ाने के लिए अपनी रेल लाइन होनी भी जरूरी है, क्योंकि हम रेलवे काे सालाना 25 से 27 करोड़ रुपये का डेमरेज प्रदान करते हैं. बिसरा में जहां पर यह रेलवे लाइन बननी है, वह राउरकेला स्टील प्लांट की ही जमीन है.
आरएसपी के विस्तार से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार का होगा सृजन
श्री वर्मा ने कहा कि आरएसपी केवल एक प्लांट ही नहीं है, यह राज्य के लोगाें की भावना से भी जुड़ा है. जिस समय ओडिशा में कुछ नहीं था, उस समय यह प्लांट बना था. अब हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम इसे बड़ा व लाभदायक बनायें. इस प्लांट का विस्तार होगा, तो प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से बहुत सारे लोगों को रोजगार मिलेगा. हमारे प्लांट की सभी इकाइयां जैसे ब्लास्ट फर्नेस, प्लेट मिल आदि निजी प्लांटों के मुकाबले प्रदर्शन कर रही हैं. लेकिन लाभ बढ़ाने के लिए लागत में कमी करना भी जरूरी है. हम इस दिशा में भी काम कर रहे हैं. जिसमें नये उपकरणों की मदद से हम 1500 करोड़ रुपये की बचत करने में भी सफल रहे हैं. लेकिन अच्छा इस्पात बनाने के लिए जिस मानक का कोयला चाहिए, वह हमारे देश में नहीं मिलता, इसके लिए हमें विदेश से कोयला मंगाना पड़ता है. जो काफी महंगा पड़ता है. इसे ध्यान में रखते हुए कोयले का कम से कम उपयोग कर इस्पात बनाने की भी हमारी योजना है. इसके लिए आरएसपी का विस्तार करना जरूरी है तथा यह राउरकेला समेत पूरे क्षेत्र के लिए अभूतपूर्व वृद्धि और विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा.प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए उत्पादन की मात्रा में वृद्धि जरूरी
श्री वर्मा ने कहा कि इस्पात बाजार तेजी से विकसित हो रहा है. हमारे प्रतिस्पर्धी बदलती गतिशीलता के साथ तेजी से अनुकूलन कर रहे हैं. अपनी स्थिति बनाये रखने और आगे रहने के लिए यह बेहद जरूरी है कि हम अपने उत्पादन की मात्रा में वृद्धि करें. सभी स्तरों पर चल रहे एकीकृत प्रयासों के साथ मैं पूरी तरह से आशावादी हूं कि हम जल्द ही ठोस परिणाम देखेंगे, जिससे आरएसपी के विस्तार का अगला चरण संभव होगा. उन्होंने उन्होंने मीडिया की सराहना की कि उसने सभी हितधारकों को जोड़ने और सूचनाओं के प्रभावी प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है, जिससे पारदर्शिता, विश्वास और जनसंपर्क में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. उन्होंने ओडिशा की पाला गायन संस्कृति से लेकर राउरकेला में भव्य तरीके से होनेवाली दुर्गा पूजा व अन्य पूजा समेत रथयात्रा के भव्य आयोजन को लेकर भी अपनी अनुभूति साझा की.आरएसपी के विकास व सामुदायिक सहभागिता पर हुई चर्चा
इस आकर्षक संवाद सत्र में, मीडिया प्रतिनिधियों ने अपने विचार, दृष्टिकोण और बहुमूल्य सुझाव प्रस्तुत किये. जिससे आरएसपी के विकास, सामुदायिक सहभागिता और भविष्य की संभावनाओं पर सार्थक चर्चा हुई. इस कार्यशाला का विषय ‘आरएसपी: आज और कल- प्रगति में भागीदार के रूप में मीडिया’ रखा गया था. इस कार्यक्रम में विभिन्न मीडिया घरानों के लगभग 100 लोगों ने भाग लिया. कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) तरुण मिश्रा, कार्यपालक निदेशक (संकार्य) विश्वरंजन पलाई, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अनिल कुमार, कार्यपालक निदेशक (खान) एमपी सिंह, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) सुदीप पाल चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा) डॉ जेके आचार्य और मुख्य महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा) राजेश दासगुप्ता ने भी मंच साझा किया. प्रारंभ में महाप्रबंधक (जनसंपर्क) एवं संचार मुख्य अर्चना शथपथी ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया और उप प्रबंधक (जनसंपर्क) शशांक शेखर पटनायक ने राउरकेला इस्पात संयंत्र-आज और कल विषय पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी, जिसमें इस्पात संयंत्र के विभिन्न प्रयासों, उपलब्धियों, लक्ष्यों और चुनौतियों को रेखांकित किया गया. कार्यक्रमके दौरान आरएसपी की सीएसआर गतिविधियों पर एक फिल्म भी दिखायी गयी. सहायक प्रबंधक (जनसंपर्क) जयदेव मजूमदार ने कार्यक्रम का संचालन किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

