Rourkela News: नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी (एनआइटी), राउरकेला में प्रोसेसिंग एंड कैरेक्टराइजेशन ऑफ मटीरियल्स (आइसीपीसीएम-2025) पर आयोजित सातवें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुक्रवार को उद्घाटन किया गया. मेटलर्जिकल एंड मटीरियल्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित यह दो दिवसीय वैश्विक सम्मेलन 12-13 दिसंबर, 2025 तक चलेगा. यह आिसीपीसीएम शृंखला का 15वां संस्करण है, जिसे 2011 से हर वर्ष आयोजित किया जा रहा है. सम्मेलन का उद्देश्य मटीरियल साइंस और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में रिसर्चर्स, इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स और अकादमिक जगत के बीच संवाद और सहयोग को बढ़ावा देना है.
प्रो लुकास बिचलर ने अपने रिसर्च कार्य का विवरण प्रस्तुत किया
मुख्य अतिथि यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा के प्रो लुकास बिचलर ने भारत के साथ अपने लंबे अकादमिक सहयोग का उल्लेख करते हुए एल्युमिनियम-फेरस एलॉय, कंपोजिट्स और कार्बन-बेस्ड मटीरियल्स पर अपने रिसर्च कार्य का विवरण प्रस्तुत किया. उन्होंने विद्यार्थियों से वैज्ञानिक जिज्ञासा बनाये रखने और प्रश्न पूछने की प्रवृत्ति को जारी रखने का आह्वान किया. सम्मानित अतिथि राउरकेला स्टील प्लांट के पूर्व निदेशक प्रभारी आलोक वर्मा ने स्टील उद्योग की वर्तमान चुनौतियों और रिसर्च-ड्रिवन इनोवेशन के महत्व पर अपने विचार रखे. आइआइटी दिल्ली के प्रो राजेश प्रसाद ने कहा कि ऐसे सम्मेलन ग्लोबल रिसर्च नेटवर्किंग और एडवांस्ड मटीरियल्स की प्रैक्टिकल टेक्नोलॉजिकल एप्लीकेशन को गति देते हैं.
एकेडेमिया-इंडस्ट्री लिंकेज को मजबूत करने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया
उद्घाटन सत्र में सम्मेलन के संयोजक प्रो सैयद नसीमुल आलम ने आइसीपीसीएम के इतिहास, उद्देश्यों और इस वर्ष के थीम पर प्रकाश डाला. डीन (एकेडमिक्स) प्रो अशोक कुमार तुरुक ने एनआइटी राउरकेला की उच्चस्तरीय रिसर्च और एकेडेमिया-इंडस्ट्री लिंकेज को मजबूत करने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया. विभागाध्यक्ष प्रो देवाशीष चैरा ने कहा कि विभाग टेक्नोलॉजिकल एजुकेशन और रिसर्च का वैश्विक हब बनने की दिशा में लगातार प्रयासरत है.
दुनिया भर से लगभग 60 प्रतिभागी सम्मेलन में ले रहे हिस्सा
इस वर्ष के सम्मेलन में दुनिया भर से लगभग 60 प्रतिभागी शामिल हैं, जिनमें विभिन्न विश्वविद्यालयों, आइआइटी, एनआइटी, वीआइटी-एपी, डीएमआरएल हैदराबाद, टाटा स्टील, अडानी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड समेत कई संस्थान और उद्योगों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. सम्मेलन में मिनरल बेनिफिशिएशन, नॉन-फेरस मेटल्स, एडवांस्ड स्टील्स, कंपोजिट्स, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, हाई-एंट्रॉपी एलॉय, स्मार्ट मटीरियल्स, कोरोजन और सरफेस इंजीनियरिंग, ऊर्जा भंडारण के लिए मटीरियल्स तथा मटीरियल इंजीनियरिंग में एआइ-एमएल एप्लीकेशन्स जैसे विषयों पर ओरल व पोस्टर प्रेजेंटेशन, इंटरैक्टिव सेशन और मेटलोग्राफी कॉन्टेस्ट आयोजित किए जा रहे हैं.
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