Sundargarh News: सुंदरगढ़ स्थित सद्भावना भवन में जिला स्तरीय विभागीय अधिकारियों के लिए हीट वेव प्रबंधन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विभागीय अधिकारियों को जलवायु परिवर्तन के कारण ताप तरंगों के प्रभावों तथा इससे निबटने के लिए किये जा सकने वाले उपायों के बारे में सभी को प्रशिक्षण देना था. कार्यक्रम में सभी विभागीय अधिकारियों ने गर्मी से निबटने के लिए अपने-अपने स्तर पर उठाये गये विभिन्न कदमों की जानकारी दी.
निवारक उपायों को अपनाकर बीमारियों से बचने के बारे में बताया
इस कार्यक्रम में प्रशिक्षक के रूप में मंगसपुर के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नूतन कुजूर और जिला प्रमुख अस्पताल की मनोवैज्ञानिक स्वाति प्रियदर्शिनी आचार्य ने गर्मी के कारण मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विभिन्न प्रतिकूल प्रभावों पर चर्चा की. प्रशिक्षकों ने विशेष रूप से लंबे समय तक गर्मी के संपर्क में रहने से शारीरिक प्रभावों जैसे दिल के दौरे में वृद्धि, निर्जलीकरण (शरीर में पानी की कमी), हृदय संबंधी जटिलताएं आदि तथा भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक प्रभावों जैसे तनाव, चिंता और मानसिक थकान पर जानकारी दी. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विभिन्न निवारक उपायों को अपनाकर गर्मी के कारण होने वाली शारीरिक और मानसिक बीमारियों और समस्याओं से कैसे बचा जा सकता है.
आपात स्थिति से निबटने के लिए तैयार रहने को कहा
कार्यक्रम में अतिरिक्त जिलापाल रवि नारायण साहू, अतिरिक्त जिलापाल (राजस्व) अभिमन्यु माझी, जिला परिषद मुख्य विकास अधिकारी एवं अधिशासी अधिकारी सुरंजन साहू ने भाग लिया तथा सभी विभागीय अधिकारियों को लू के उचित प्रबंधन के लिए निर्देशित किया. किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के लिए तैयार रहने तथा लू के लिए सरकार एवं विभिन्न विभागों के निर्देशों का पालन करने को कहा. इसमें डिप्टी कलेक्टर (आपातकाल) अश्वनी पंडा, डीपीएच एवं सुभाशीष महाराणा सहित सभी विभागीय अधिकारी एवं फील्ड स्तर के अधिकारियों ने भाग लिया. ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ओएसडीएमए) की जिला परियोजना अधिकारी सुजाता तिर्की ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी विभागों और हितधारकों के उचित समन्वय से भीषण गर्मी पर काबू पाया जा सकता है.
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