Sambalpur News: धान केवल अनाज नहीं है, ये किसान भाई-बहनों की कड़ी मेहनत का फल है. धान के प्रत्येक दाने में किसान का श्रम, सहनशीलता और स्वप्न छिपा होता है. नुआखाई हमें किसान और कृषि के प्रति कृतज्ञ बनाता है. राज्य में 60 फीसदी से अधिक परिवार कृषि पर निर्भर हैं. इसलिए हमारी सरकार किसानों की आमदनी को दुगनी करने के लिए प्रतिबद्ध है. सिर्फ कृषि नहीं, प्रत्येक जिला में शिल्पायन, हस्तशिल्प और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हमारी सरकार ने अनेक कार्यक्रम हाथ में लिये हैं.
किसानों की पंजीकरण तिथि बढ़ाने पर विचार कर रही सरकार
संबलपुर के समलेई मंदिर प्रांगण में शनिवार शाम आयोजित राज्य स्तरीय नुआखाई भेंटघाट समारोह में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होकर यह बातें कही. इस दौरान मुख्यमंत्री ने किसानों को दिये जाने वाले 800 रुपये बोनस, पीएम और सीएम किसान योजना में सालाना 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मिलने की बात दोहरायी. कहा कि कृषक समृद्धि योजना में 18 लाख किसानों को पंजीकृत किया गया है. कोई भी किसान न छूटे, इसको लेकर हमारी सरकार इसकी तिथि बढ़ाने पर विचार कर रही है. मुख्यमंत्री ने मां समलेई का दर्शन करने के साथ मां पाटनेश्वरी का दर्शन व पूजन किया. पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने पाटनेश्वरी मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की.
विकास के लिए भाषा और भूषा को मजबूत करने की आवश्यकता
कार्यक्रम में शामिल विपक्षी दल के उपनेता तथा रेढ़ाखोल विधायक प्रसन्न आचार्य ने सभी विरोधी दल के नेताओं को राज्य स्तरीय नुआखाई भेंटघाट में न्योता देने के लिए आयोजन समिति के अध्यक्ष तथा संबलपुर विधायक जयनारायण मिश्र का आभार जताया. कहा कि यदि हमें विकास चाहिए, तो भाषा और भूषा को मजबूत करने की आवश्यकता है. जब अंचल के विकास की बात आती है, तब भाषा और संस्कृति की बात भी होती है. हमें विकास और उन्नति के लिए सीमारेखा से बाहर निकलकर एक होकर काम करना होगा.केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अनुपस्थिति रही चर्चा में
मुख्यमंत्री का संबलपुर के विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से अभिनंदन किया गया. लेकिन संबलपुर के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री तथा स्थानीय सांसद धर्मेंद्र प्रधान की अनुपस्थिति चर्चा का विषय रही. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग ने अपने भाषण में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के चलते धर्मेंद्र प्रधान के अनुपस्थित होने की बात कही. लेकिन अंचलवासी इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. मंत्री सुरेश पुजारी ने जयनारायण को छोटा भाई कहकर संबोधित किया. जयनारायण के नेतृत्व में आयोजित भेंटघाट कार्यक्रम को अभूतपूर्व बताया. साथ ही कहा कि नुआखाई परिवार में चल रहे मन मुटाव को दूर करता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

