Rourkela News: राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के रॉ मैटेरियल्स हैंडलिंग प्लांट (आरएमएचपी) की उद्यमी सुरक्षा चक्र टीम पिनेकल ने ट्रैक हॉपर-3 में बीओबीएस वैगनों से लौह अयस्क चूर्णों (आइओएफ) की सुरक्षित निकासी में लंबे समय से मौजूद खतरे को दूर करने के लिए एक अभिनव समाधान लागू किया है. इस टीम में कनिष्ठ अभियंता एवं टीम के अगुवा आलोक कुमार जेना तथा सदस्य कनिष्ठ अभियंता सुशांत कुमार सामल, कनिष्ठ अभियंता विभूति भूषण सेठी और कनिष्ठ इंजीनियरिंग एसोसिएट अमित कुमार जेना शामिल थे. हरि नाथ यादव टीम के सूत्रधार थे.
नये प्लेटफॉर्म बनने से 100% सुरक्षित पोकिंग हो गयी है सुनिश्चित
उल्लेखनीय है कि आइओएफ को ट्रैक हॉपर-3 पर साइड-ओपनिंग दरवाजों के माध्यम से उतारा जाता है. हालांकि, कई बार खासकर बरसात के मौसम में, सामग्री पूरी तरह से निकल नहीं पाती है, जिसके लिए वैगन के ऊपर से पोकिंग रॉड का उपयोग करके हाथ से पोकिंग करनी पड़ती थी. इस काम के लिए मजदूरों को प्लेटफॉर्म की रेलिंग पर चढ़ना पड़ता था, जो 40 मिमी व्यास के एमएस पाइप से बनी होती थी, जिससे पकड़ कमजोर होती थी और फिसलने तथा गिरने का खतरा ज्यादा होता था. साइट का दौरा करने और विचार-विमर्श के बाद टीम ने रेलिंग के 250 मीटर लंबे हिस्से पर 750 मिमी आकार के एमएस एंगल डिजाइन और वेल्ड किये, जिससे पकड़ में काफी सुधार हुआ. उन्होंने सुरक्षित पोकिंग संचालन को सुगम बनाने के लिए ट्रैक हॉपर-3 के विपरीत दिशा में एक डबल डेकर प्लेटफॉर्म के निर्माण की भी सिफारिश की. कार्यान्वयन के बाद, फिसलने और गिरने की घटनाओं में भारी कमी आयी और नये प्लेटफॉर्म के बन जाने से अब सौ प्रतिशत (100%) सुरक्षित पोकिंग सुनिश्चित हो गयी है. टीम ने इस केस स्टडी को सेफ्टी सर्कल ऑफ भिलाई चैप्टर 2025 में प्रस्तुत किया और रजत पुरस्कार जीता था.
ऊर्जा प्रबंधन विभाग में ठेका श्रमिकों को किया गया पुरस्कृत
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के ऊर्जा प्रबंधन विभाग में तत्काल मान्यता योजना के अंतर्गत एक पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्य महाप्रबंधक (इएमडी) पीएस कन्नन ने समारोह की अध्यक्षता की और विभिन्न एजेंसियों के 10 ठेका श्रमिकों को पुरस्कार प्रदान किये. इस अवसर पर महाप्रबंधक (इएमडी) एएस खाखा, महाप्रबंधक (इएमडी) केके बारला, वरिष्ठ प्रबंधक (मानव संसाधन-सीएलसी) संगीता एम सिंदूर तथा इएमडी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी, विभिन्न एजेंसियों के संबंधित प्रतिनिधि उपस्थित थे. श्री कन्नन ने सभी पुरस्कार विजेताओं की उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रशंसा की और अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में गुणवत्ता, लागत और सुरक्षा के महत्व पर बल दिया तथा उपस्थित सभी लोगों को सक्रिय रूप से कार्य करने और लक्ष्यों से आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया. वरिष्ठ प्रबंधक (इएमडी) हिमांशु मिश्रा ने कार्यक्रम का समन्वय किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

