Rourkela News: राउरकेला शहर के ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने और जलजमाव की समस्या को हमेशा के लिए हल करने के लिए स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज सिस्टम प्रोजेक्ट जल्द ही लागू किया जायेगा. इससे पहले प्रोजेक्ट का मास्टर प्लान और डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) जरूरी है. इसके लिए शुक्रवार को राउरकेला महानगर निगम (आरएमसी) और इकोमेट्रिक्स कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया.
बैठक में विभिन्न विभागों से मांगा सहयोग
इस प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए आरएमसी आयुक्त धीना दस्तगीर की अध्यक्षता में पहली को-ऑर्डिनेशन मीटिंग हुई. आयुक्त ने कहा कि शहरीकरण में तेजी, क्लाइमेट चेंज और बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए शहर की बुनियादी संरचना को मजबूत करने के लिए सरकार की तरफ से कई कदम उठाये जा रहे हैं. इसी सिलसिले में राउरकेला शहर में ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए ‘स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज सिस्टम’ प्रोजेक्ट का कंस्ट्रक्शन जल्द ही शुरू होने वाला है और उससे पहले पूरे प्रोजेक्ट का मास्टर प्लान भी जरूरी है. ड्रेनों का निर्माण उस मास्टर प्लान के हिसाब से किया जायेगा. इसलिए यह एमओयू हस्ताक्षरित करनेवाली संस्था को तय समय में मास्टर प्लान और डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने पर ध्यान देने के लिए कहा गया और इसके लिए सभी विभाग से सहयोग मांगा गया है.
सड़क, रेलवे लाइन, पाइपलाइन को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा मास्टर प्लान
मास्टर प्लान तैयार करने के लिए संबंधित संस्था की तरफ से सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है. सर्वे के दौरान पब्लिक हाउसिंग, सड़क, रेलवे लाइन, पाइपलाइन वगैरह को ध्यान में रखकर मास्टर प्लान तैयार किया जायेगा. जनता के बड़े हित को ध्यान में रखते हुए, पानी की निकासी के पक्के समाधान के लिए क्लाइमेट-रेजिलिएंट ड्रेनेज मास्टर प्लान तैयार किया जायेगा और मौजूदा ड्रेनेज समस्याओं पर खास ध्यान दिया जायेगा. इस को-ऑर्डिनेशन मीटिंग में संयुक्त आयुक्त पल्लवी नायक के साथ वाटर रिसोर्स डिपार्टमेंट, रेलवे डिपार्टमेंट, वाटको, पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट,बीएसएनएल, गेल, आरएसी, एनआइटी, राउरकेला महानगर निगम और राउरकेला स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारी खास तौर पर मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

