Rourkela News : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान राउरकेला (एनआइटी) राउरकेला अपना 23वां दीक्षांत समारोह शनिवार, छह सितंबर को मनायेगा. गुरुवार को एनआइटी राउरकेला में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, संस्थान के निदेशक प्रो के उमामहेश्वर राव ने बताया कि नाल्को के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक बृजेंद्र प्रताप सिंह इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे. इसके अलावा, लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) के सीएमडी एसएन सुब्रह्मण्यम, जो एनआइटी राउरकेला के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष भी हैं, इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.
नौ संस्थान स्वर्ण पदक और 58 रजत पदक प्रदान किया जायेगा
शैक्षणिक उत्कृष्टता को सम्मानित करने के लिए संस्थान वर्ष 2025 के स्नातक बैच के शाखा टॉपरों को 1948 डिग्रियों के साथ-साथ नौ संस्थान स्वर्ण पदक, सात एंडोमेंट स्वर्ण पदक, नौ एंडोमेंट पुरस्कार और 58 रजत पदक प्रदान करेगा. इसके अलावा एनआइटी राउरकेला अपने उन विशिष्ट पूर्व छात्रों को सम्मानित करेगा, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और समाज पर व्यापक प्रभाव डाला है. प्रेस वार्ता के दौरान, एनआईटी राउरकेला के 23वें दीक्षांत समारोह के प्रभारी प्रोफेसर शिवशंकर महापात्र ने कहा कि अपनी डिग्रियों तक आसान पहुंच प्रदान करने के लिए एनआइटी राउरकेला सभी स्नातक छात्रों को डिजिलॉकर सुविधा प्रदान करेगा. इस वर्ष के दीक्षांत समारोह का एक अन्य प्रमुख आकर्षण 81 अंतरराष्ट्रीय छात्रों का स्नातक बैच है, जिनमें अफगानिस्तान (1), बांग्लादेश (20), भूटान (3), नेपाल (32), दक्षिण अफ्रीका (1), सूडान (1), और अमेरिका (4) के साथ-साथ एनआरआइ (19) शामिल हैं. डीन अकादमिक प्रो अशोक कुमार तुरुक मंच पर कार्यक्रम में शामिल हुए. प्रेस वार्ता का समापन प्रो विनी राउतराय के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ. एनआइटी राउरकेला की प्रेस एवं जनसंपर्क समिति (पीपीआरसी) ने अध्यक्ष प्रो शिशिर कुमार साहू के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का आयोजन किया.
इन्हें मिलेगा विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार (डीएए)-2025 पुरस्कार
शैक्षणिक और अनुसंधान श्रेणी :
प्रो अरबिंद राउतराय (प्रोफेसर और डीन (इंफ्रास्ट्रक्चर – इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटिंग, आइआइटी खड़गपुर) बैच, 1989, बी-एससी, इंजीनियरिंग (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग).उद्योग एवं प्रबंधन श्रेणी :
रंजन नायक (सीइओ, जेएसडब्ल्यू मोटर्स), बैच 1992, बी-एससी. इंजीनियरिंग (खनन इंजीनियरिंग).उद्यमिता एवं सार्वजनिक जीवन श्रेणी :
सुब्रत पाणी (सह-संस्थापक एवं सीइओ, वनअसिस्ट), बैच 1991, बी-एससी, इंजीनियरिंग (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग).संस्थान के विकास में योगदान श्रेणी :
डॉ बीरेंद्र जेना (पूर्व प्रधान अभियंता, आरटीआइ इंटरनेशनल मेटल्स, ओहायो, यूएसए), बैच 1973, बी-एससी. इंजीनियरिंग (धातुकर्म एवं सामग्री अभियांत्रिकी).प्रदान की जाने वाली डिग्रियां
प्रौद्योगिकी स्नातक (बी-टेक) : 1044 (205 महिलाएं और 839 पुरुष)वास्तुकला स्नातक (बी-आर्किटेक्चर) : 19 (4 महिलाएं और 15 पुरुष)बी-टेक-एम-टेक दोहरी डिग्री : 44 (01 महिला और 43 पुरुष)एकीकृत मास्टर ऑफ साइंस (5 वर्ष) : 65 (08 महिला और 57 पुरुष)मास्टर ऑफ साइंस (एम-एससी) : 170 (69 महिला और 101 पुरुष)मास्टर ऑफ आर्ट्स (एमए) : 25 (16 महिला और 09 पुरुष)मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) : 66 (36 महिला और 30 पुरुष)मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (एम-टेक) : 422 (99 महिला और 323 पुरुष)डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) : 93 (33 महिला और 60 पुरुष)कुल : 1948
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