Bhubaneswar News: छह सितंबर से लापता 25 वर्षीय एक यातायात आरक्षी की हत्या कर शव को ओडिशा के क्योंझर जिले में एक जंगल में दफनाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिला की हत्या के आरोप में उसके पति को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो पुलिस कांस्टेबल हैं.
जगतसिंहपुर जिले के पारादीप की निवासी थी मृतका, भुवनेश्वर में थी तैनात
पुलिस के अनुसार मृतका की पहचान जगतसिंहपुर जिले के पारादीप की मूल निवासी शुभामित्रा साहू के रूप में हुई है, जो भुवनेश्वर में तैनात थीं तथा छह सितंबर को ड्यूटी के लिए घर से निकलने के बाद लापता हो गयी थीं. शुभामित्रा की मां ने सात सितंबर को भुवनेश्वर के कैपिटल थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी. इसी शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था और जांच शुरू की थी.
शुभामित्रा ने दीपक राउत से गुपचुप तरीके से की थी शादी
भुवनेश्वर-कटक के पुलिस आयुक्त एस देव दत्ता सिंह ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता लगा कि शुभामित्रा ने जुलाई 2024 में दीपक राउत नाम के व्यक्ति से शादी की थी. यह गुपचुप तरीके से की गयी कोर्ट मैरिज थी. सिंह ने बताया कि राउत भी पुलिस आरक्षी है और शीघ्र ही मुख्य तौर पर शक की सुई उसकी ओर गयी, क्योंकि शुभामित्रा आखिरी बार भुवनेश्वर में उसी के साथ नजर आयी थी.
पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद के बाद हत्या की आशंका
पुलिस आयुक्त ने बताया कि पति को पकड़ लिया गया और पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि उसने छह सितंबर को साहू को उसके कार्यस्थल से अपनी कार में बिठाया था और अपराह्न दो से तीन बजे के बीच गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. सिंह ने बताया कि बाद में उसने शुभामित्रा का शव भुवनेश्वर से लगभग 170 किलोमीटर दूर क्योंझर जिले के घाटगांव इलाके के जंगल में दफना दिया. उन्होंने बताया कि उसने शुभमित्रा की हत्या संभवतः उनके बीच आर्थिक विवाद के कारण की होगी. सिंह ने बताया कि दीपक ने कथित तौर पर शुभामित्रा से लगभग 10 लाख रुपये लिये थे. राउत को गिरफ्तार कर लिया गया और कैपिटल थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया.
बीजद सुप्रीमो व कांग्रेस ने की राज्य सरकार की निंदा
इस बीच ओडिशा विधानसभा में विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने 10 दिनों से लापता महिला कांस्टेबल की हत्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की आलोचना की. पटनायक ने एक पोस्ट में कहा कि शुभमित्रा की मौत की खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूं. यह घटना गृह विभाग और राज्य पुलिस की कार्यकुशलता और क्षमता पर गंभीर सवाल उठाती है. कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने भी गृह विभाग के प्रभारी व मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और पुलिस आयुक्तालय की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये.
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