Rourkela News: 36 घंटे के स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2025 का ग्रैंड फिनाले सोमवार को राउरकेला के बीजू पटनायक यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (बीपीयूटी) में शुरू हुआ. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रघुनाथपाली विधायक दुर्गा चरण तांती, डायरेक्टर, इनोवेशन सेल, मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के योगेश डी ब्रह्माकर, सुंदरगढ़ जिलापाल डॉ शुभंकर महापात्र, बीपीयूटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर अमिया कुमार रथ, बीपीयूटी की रजिस्ट्रार निशी पूनम मिंज ने यूनिवर्सिटी के लाइब्रेरी भवन में इवेंट का उद्घाटन किया.
डिजिटल गवर्नेंस, एजुकेशन, एग्रीकल्चर और साइबर सिक्योरिटी की समस्याओं के खोजे जा रहे समाधान
इस हैकाथॉन में भारत के 10 राज्यों महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, झारखंड, तेलंगाना और पंजाब के 150 से ज्यादा फाइनलिस्ट स्टूडेंट्स और उनके मेंटर इस इवेंट में हिस्सा ले रहे हैं. ये टीमें मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर एंड फार्मर्स वेलफेयर और मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन द्वारा पहचानी गयी पांच असल दुनिया की समस्याओं का सॉल्यूशन डेवलप करने पर काम करेंगी. इन समस्याओं में डिजिटल गवर्नेंस, एजुकेशन, एग्रीकल्चर और साइबर सिक्योरिटी जैसे जरूरी क्षेत्र शामिल हैं.
बदलाव के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने पर दिया जोर
अतिथियों ने संयुक्त रूप से छात्रों को बदलाव के लिए टेक्नोलॉजी को एक कैटलिस्ट के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए हौसला अफजाई की. प्रोफेसर रथ ने इवैल्यूएशन मेंबर्स का स्वागत किया और इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता दोहरायी. श्री ब्रह्माकर ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन जैसे मेगा-इवेंट्स के जरिए इनोवेशन और टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने पर भारत सरकार के फोकस पर जोर दिया और कहा कि यह इवेंट दुनिया का सबसे बड़ा इनोवेशन प्लेटफॉर्म बनकर उभरा है. डॉ महापात्र ने स्टूडेंट्स को क्रिएटिव तरीके से सोचने और समाज की चुनौतियों का समाधान निकालने के लिए हिम्मत दी. मुख्य अतिथि ने राउरकेला में सभी हिस्सा लेने वालों का स्वागत किया और इवेंट के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं. रजिस्ट्रार श्रीमती मिंज ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा और अतिथियों तथा प्रतिभागियों, आयोजकों का आभार जताया. स्थानीय स्तर पर उद्घाटन के बाद सुबह 9:00 बजे वर्चुअल मोड में केंद्रीय स्तर पर उद्घाटन हुआ. जिसमें बीपीयूटी समेत पूरे भारत के सभी 60 नोडल सेंटर को जोड़ा गया. केंद्रीय समारोह में एआइसीटीइ के चेयरमैन प्रो टीजी सीताराम और वाइस-चेयरमैन डॉ अभय झा के साथ-साथ शिक्षा मंत्रालय, एआइसीटीइ और उद्योग जगत के लोग मौजूद थे.आठ लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने कॉलेज और इंस्टीट्यूट लेवल की प्रतियोगिता में लिया हिस्सा
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल और ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन, नयी दिल्ली के तहत लॉन्च किया गया स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन दुनिया के सबसे बड़े ओपन इनोवेशन प्लेटफॉर्म में से एक है, जो भारत के युवाओं को अपनी क्रिएटिविटी और प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स दिखाने का मौका देता है. इस साल, पूरे भारत से 68,000 से ज्यादा टीमों ने, जिनमें आठ लाख से ज्यादा प्रतिभागी हैं, ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के लिए कॉलेज और इंस्टीट्यूट लेवल की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया. इनमें से, सिर्फ 1,360 टॉप परफॉर्म करने वाली टीमों को ग्रैंड फिनाले के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है. शॉर्टलिस्ट किये गये स्टूडेंट्स मेंटर्स और इवैल्यूएटर्स की गाइडेंस में आइडिया, डिजाइन और इनोवेटिव प्रोटोटाइप डेवलप करने के लिए लगातार 36 घंटे काम करेंगे. स्टूडेंट्स में इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरियल स्किल्स को बढ़ावा देने के मकसद से, यह हैकाथॉन बीपीयूटी के एजुकेशन, इनोवेशन और रिसर्च में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तौर पर उभरने के विजन से जुड़ा है. यह इवेंट बीपीयूटी की पूरी फैकल्टी, डायरेक्टर्स, ऑफिसर्स और स्टाफ की लगातार कोशिशों से कामयाब हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

