Bhubaneswar News: ओडिशा में क्षय रोग (टीबी) के खिलाफ लड़ाई को मजबूत बनाने और रोगियों को उनके उपचार के दौरान समर्थन प्रदान करने के उद्देश्य से राज्यपाल डॉ हरी बाबू कंभमपति ने शनिवार को राजभवन के मिनी कॉन्फ्रेंस हॉल में खुर्दा जिले के 100 टीबी रोगियों को पोषण युक्त खाद्य बास्केट वितरित किये.
अतिरिक्त 50 टीबी रोगियों सहायता प्रदान करने की बात कही
इस अवसर पर, राज्यपाल ने प्रतीकात्मक रूप से खाद्य बास्केट खुर्दा के जिला कलेक्टर अमृत रुतुराज को सौंपे, जो इन्हें सीधे रोगियों तक पहुंचायेंगे. यह पहल प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत की गयी है, जिसमें राज्यपाल ने जिले के टीबी रोगियों को ‘नि-क्षय मित्र’ के रूप में अपनाकर उपचार अवधि के दौरान निरंतर पोषण समर्थन देने की प्रतिबद्धता जतायी. कार्यक्रम में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण निदेशक द्वारा टीबी की वर्तमान स्थिति और राज्य सरकार के बहुआयामी प्रयासों को दर्शाते हुए विस्तृत पावर प्वाइंट प्रस्तुति भी दी गयी. राज्यपाल ने महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि वे अतिरिक्त 50 दवा-प्रतिरोधी टीबी रोगियों को अपनाकर उनके लिए भी सहायता प्रदान करेंगे.
विश्वविद्यालयों, कॉर्पोरेट्स और परोपकारी संस्थाओं से ‘नि-क्षय मित्र’ बनने का आह्वान
इसके अलावा, उन्होंने विश्वविद्यालयों, कॉर्पोरेट्स और परोपकारी संस्थाओं को पत्र लिखकर ‘नि-क्षय मित्र’ बनने और टीबी-मुक्त ओडिशा के मिशन में योगदान देने का आग्रह किया. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की कमिश्नर एवं सचिव अश्वथी एस ने स्वागत भाषण दिया और धन्यवाद प्रस्ताव रखा. राज्यपाल के सहानुभूतिपूर्ण नेतृत्व और टीबी-मुक्त ओडिशा व भारत बनाने के अभियान में निरंतर योगदान की सराहना की. कार्यक्रम में राज्यपाल की सचिव रूपा रोशन साहू, नेशनल हेल्थ मिशन के मिशन निदेशक डॉ वृंदा डी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे. पोषण युक्त खाद्य बास्केट के माध्यम से रोगियों के स्वास्थ्य को मजबूत करने के साथ-साथ समाज में टीबी के खिलाफ सामूहिक जिम्मेदारी की भावना को भी प्रोत्साहित किया जायेगा.
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