Sambalpur News: वीर सुरेंद्र साय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (वीसुट), बुर्ला के 16वें दीक्षांत समारोह में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि वीसुट आने वाले समय में ओडिशा की ‘न्यू एज इकोनॉमी’ का नेतृत्व करेगा. उन्होंने कहा कि दशकों से यह संस्थान राज्य और देश में तकनीकी शिक्षा का प्रसार कर रहा है और यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं देश की वैज्ञानिक एवं इंजीनियरिंग शक्ति का प्रतीक बने हैं.
युवाओं में नौकरी देने की मानसिकता विकसित होनी चाहिए
समारोह में राज्यपाल डॉ हरि बाबू कंभमपति की उपस्थिति में श्री प्रधान ने डिग्री, उपाधि और पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों और शोधार्थियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी ज्ञान की सदी है और इस दौर में युवाओं में केवल नौकरी पाने की नहीं, बल्कि नौकरी देने की मानसिकता विकसित होनी चाहिए. वीसुट को भविष्य उन्मुख तकनीकी विश्वविद्यालय बनाने की दिशा में सभी को जिम्मेदारी लेनी होगी. प्रधान ने कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में तकनीकी शिक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स, ब्लॉकचेन, डेटा एनालिटिक्स और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है. इन उभरते क्षेत्रों में छात्रों को दक्ष बनाना समय की आवश्यकता है और इसके लिए विसुट जैसे संस्थानों की सक्रिय भागीदारी जरूरी है. उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा ओड़िया और संबलपुरी भाषा में तैयार किए गये एम-टेक की ‘प्रयोगशाला निर्देशिका’ की सराहना की और मातृभाषा को शिक्षा का आधार बनाने पर जोर दिया.
ओपन एयर क्लासरूम का किया शिलान्यास
इस अवसर पर राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री ने ‘ओपन एयर क्लासरूम’ का शिलान्यास किया. इससे पहले श्री प्रधान ने परिसर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सुरेंद्र साय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. समारोह में राज्य के उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा मामलों के मंत्री सूर्यवंशी सूरज, कौशल विकास एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री संपद चंद्र स्वांई, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री रवि नारायण नायक, संबलपुर विधायक जय नारायण मिश्र, भटली विधायक इराशिष आचार्य समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
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