Rourkela News: राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) के इस्पात जनरल अस्पताल (आइजीएच) ने 59 वर्षीय पुरुष रोगी के सफल उपचार के साथ उन्नत सर्जिकल देखभाल में एक और उपलब्धि हासिल की है, जिसे 3 मई, 2025 को गिरने के बाद रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लगी थी. राउरकेला सरकारी अस्पताल में चार दिनों तक प्रारंभिक उपचार के बाद, 07-05-2025 को आइजीएच में उनकी जांच की गयी और उन्हें आयुष्मान भारत योजना के तहत भर्ती कराया गया.
खड़े होने या चलने में असमर्थ था मरीज
अस्पताल में भर्ती होने के दौरान मरीज को शरीर में गंभीर अकड़न, विशेष रूप से खड़े होने या चलने में असमर्थता, बिस्तर से उठने, कपड़े पहनने और खाने में कठिनाई जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा. वरिष्ठ सलाहकार न्यूरोसर्जरी (एमएंडएचएस) डॉ मनोज कुमार देव की देखरेख में सर्वाइकल स्पाइन के एमआरआइ और एक्स-रे सहित व्यापक मूल्यांकन से उनकी स्थिति का कारण सर्वाइकल डिस्क रोग के साथ सर्वाइकल कशेरुकाओं की असामान्य गतिशीलता का पता चला. रोगी और उसकी पत्नी को रोग का निदान और शल्य चिकित्सा की आवश्यकता के बारे में विस्तार से बताया गया. सूचित सहमति प्राप्त करने के बाद, वरिष्ठ सलाहकार न्यूरोसर्जरी डॉ मनोज कुमार देव के नेतृत्व में शल्य चिकित्सा टीम ने सफलतापूर्वक प्रक्रिया को अंजाम दिया. एनेस्थीसिया देखभाल अतिरिक्त सीएमओ (एनेस्थीसिया और आइसीयू) डॉ संजुक्ता पाणिग्रही द्वारा की गयी. ऑपरेशन थियेटर का प्रबंधन सिस्टर अर्चना द्वारा कुशलतापूर्वक किया गया, जबकि समर्पित पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल सिस्टर गौरी, सिस्टर सस्मिता, सिस्टर एकता और अन्य समर्पित नर्सिंग स्टाफ द्वारा प्रदान की गयी.
अस्पताल में रहने के दौरान मरीज में 40 प्रतिशत दिखा सुधार
ऑपरेशन के बाद की अवधि में, रोगी ने महत्वपूर्ण सुधार दिखाया. शुरू में चलने के लिए दो लोगों के सहारे की आवश्यकता थी, लेकिन अब वह केवल एक व्यक्ति की सहायता से चलने लगा. कुल मिलाकर, अस्पताल में रहने के दौरान उसने लगभग 40% सुधार दिखाया और निरंतर देखभाल के साथ सुधार जारी है. यह मामला पिछले 10 महीनों के भीतर आइजीएच में की गयी छठी ऐसी जटिल सर्वाइकल स्पाइन सर्जरी है, जो इस क्षेत्र में अतीत में ऐसी प्रक्रियाओं की दुर्लभता को देखते हुए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है.
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