Bhubaneswar News: बीजू जनता दल (बीजद) 18 अगस्त को ओडिशा के बरगढ़ में एक विशाल किसान महासम्मेलन आयोजित करेगा. यह रैली केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों की कथित किसान विरोधी नीतियों के विरोध में आयोजित की जा रही है. इस संबंध में फैसला शुक्रवार को भुवनेश्वर स्थित शंख भवन में पार्टी की एक अहम बैठक में लिया गया.
किसान पंजीकरण प्रक्रिया हुई जटिल, कृषक परेशान
बीजद का कहना है कि जब राज्य में उसकी सरकार थी, तब किसान पंजीकरण की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी थी, जिससे किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी नहीं होती थी. लेकिन अब यह प्रक्रिया इतनी जटिल हो गयी है कि किसान स्वयं का पंजीकरण कराने में असमर्थ हो रहे हैं. पार्टी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने किसान पंजीकरण के लिए नये नियम लागू किये हैं, ताकि कम से कम किसानों का पंजीकरण हो और उन्हें इनपुट सब्सिडी से वंचित किया जा सके. बीजद नेताओं ने यह भी कहा कि पिछले एक वर्ष में ओडिशा में कृषि विकास दर घटकर केवल 3.8% रह गयी है, जो बेहद चिंताजनक है. केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए बीजद ने दावा किया कि कृषि क्षेत्र को मिलने वाली केंद्रीय सहायता में भी 18.19% की कटौती की गयी है. पार्टी का कहना है कि सरकारें अपने चुनावी वादों को भूल चुकी हैं और किसानों का शोषण हो रहा है.
किसानों की समस्याओं का समाधान जल्द नहीं हुआ, तो राज्यभर में आंदोलन
वरिष्ठ बीजद नेता संजय दास बर्मा ने कहा कि यदि किसानों की समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो पार्टी इसके बाद राज्यभर में आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक सरकार के कार्यकाल में ओडिशा को पांच बार कृषि कर्मण पुरस्कार मिला, जो सरकार की किसान हितैषी नीतियों का प्रमाण है. श्री दास वर्मा ने यह भी कहा कि पंजीकृत किसानों से समय पर धान की खरीद में सरकार विफल रही है और वंशानुगत दस्तावेजों की अनिवार्यता ने किसानों की परेशानी और बढ़ा दी है. उन्होंने सरकार से इस फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया, तो बीजद सड़क पर उतर कर व्यापक आंदोलन छेड़ेगा.
धान पर 3100 रुपये समर्थन मूल्य से खुश हैं किसान, बीजद का आंदोलन निराधार : भाजपा
भाजपा विधायक अशोक मोहंती ने बीजद के प्रस्तावित किसान आंदोलन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों को केंद्र और राज्य सरकार की ओर से समुचित सहायता मिल रही है और वे पूरी तरह संतुष्ट हैं. उन्होंने बीजद पर तंज कसते हुए कहा कि जो खुद अपने वादों को पूरा नहीं कर पाये, अब जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. मोहंती ने कहा कि बीजद ने पहले किसानों को प्रति क्विंटल 100 रुपये बोनस देने का वादा किया था, लेकिन वह उसे निभा नहीं सकी. अब जब केंद्र और राज्य सरकार मिलकर किसानों को 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीद सुनिश्चित कर रही हैं, तब बीजद केवल राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि बीजद आज आंदोलन की बात कर रहा है, जबकि खुद सत्ता में रहते हुए किसानों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा सका. अगर वे खुद कुछ नहीं कर पाये, तो अब आंदोलन का नैतिक अधिकार भी उनके पास नहीं है. भाजपा विधायक ने यह भी कहा कि राज्य की जनता को सरकार की योजनाओं का लाभ सही तरीके से मिल रहा है और किसान संतुष्ट हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

