Bhubaneswar News: भुवनेश्वर महानगर निगम (बीएमसी) ने शहरवासियों से आगामी दुर्गा पूजा के दौरान भोग ले जाने के लिए पॉलीथिन थैलियों का उपयोग नहीं करने की अपील की है. इस कदम का उद्देश्य एकल-उपयोग प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक लगाना और त्योहारी सीजन में बढ़ने वाले कचरे की मात्रा को नियंत्रित करना है.
दुर्गापूजा के दौरान बढ़ जाता है अतिरिक्त 200 मीट्रिक टन/प्रतिदिन ठोस कचरा
बीएमसी के अनुसार, भुवनेश्वर प्रतिदिन लगभग 800 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न करता है, जिसमें से करीब 200 मीट्रिक टन प्लास्टिक होता है. दुर्गापूजा के दौरान प्रतिदिन अतिरिक्त 200 मीट्रिक टन ठोस कचरा बढ़ जाता है, जिससे सफाईकर्मियों और कचरा प्रबंधन व्यवस्था पर भारी दबाव पड़ता है. इस स्थिति से निपटने के लिए बीएमसी बारामुंडा, नयापल्ली, शहीद नगर, रसुलगढ़, झारपड़ा और डमणा के प्रमुख पूजा पंडालों में कियोस्क स्थापित करेगा. इन कियोस्क में जागरुकता संबंधी संदेश प्रदर्शित किये जायेंगे और पॉलीथिन थैलों के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए पर्चे वितरित किये जायेंगे. स्वयंसेवक भी तैनात रहेंगे, जो नागरिकों से संवाद कर सही कचरा निपटान के बारे में जागरुकता फैलाएंगे. जागरुकता अभियान की निगरानी के लिए बीएमसी ने तीन जोनल डिप्टी कमिश्नरों समेत अन्य अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है, जबकि वरिष्ठ अधिकारी भी बारी-बारी से कियोस्क का दौरा करेंगे.
भुवनेश्वर में आवारा कुत्तों की गिनती शुरू
भुवनेश्वर महानगर निगम (बीएमसी) ने गुरुवार को शहर भर में आवारा कुत्तों की गणना शुरू की है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि आवारा कुत्तों की गणना शहर की हर गली और वार्ड में रोजाना सुबह पांच से सात बजे के बीच की जायेगी. बीएमसी की महापौर सुलोचना दास ने बताया कि श्वान गणना दो चरणों में होगी. पहला चरण 25 सितंबर तक चलेगा, जबकि दूसरे चरण में यह जांच की जायेगी कि गिने गए कुत्तों की संख्या सही है या नहीं. उन्होंने बताया कि कुल 410 दल गठित किये गये हैं, जिनमें सफाई कर्मचारी, सफाई पर्यवेक्षक, सफाई निरीक्षक और अन्य अधिकारी शामिल हैं, जो योग्य पशु चिकित्सकों की देखरेख में गणना का कार्य करेंगे. बीएमसी आयुक्त चंचल राणा ने बताया कि शहर के सभी 67 वार्डों में आवारा कुत्तों की गणना की जायेगी.उन्होंने कहा कि श्वान गणना पूरी होने के बाद, पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) अभियान के तहत आवारा कुत्तों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए एक विस्तृत प्रबंधन योजना तैयार की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

