Sambalpur News: पेंशन और नौकरी की शर्तें तय करने की मांग पर 662 वर्ग कॉलेज संघ ने बुधवार को प्रदर्शन किया. बरगढ़ जिले के 662 वर्ग के अंतर्गत आने वाले कॉलेजों के शिक्षक और कर्मचारी गांधी चौक से जुलूस निकाल जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और सभा की. इसके बाद, संबंधित मांग पत्र ओडिशा के मुख्यमंत्री, भारत के प्रधानमंत्री और केंद्रीय शिक्षा मंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर मधुछंदा साहू को सौंपा. मांगपत्र सौंपने वालों में जिला संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार बेहरा, उपाध्यक्ष गोपालकृष्ण मिश्रा, सचिव सुशांत मिश्रा, सह-सचिव जगदीश देवता, कोषाध्यक्ष सुरेश परिडा, प्रोफेसर विजया मिश्रा, तारिणी देव, प्रशांत पांडा, सरोज देवता, नमिता बीसी, राजश्री मिश्रा समेत अन्य सदस्य और कर्मचारी शामिल थे.
ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा का लगभग 70% दायित्व इन्हीं कॉलेजों पर
662 वर्ग कॉलेज संघ के पदाधिकारियों के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा का लगभग 70% दायित्व इन्हीं महाविद्यालयों पर है, लेकिन सरकार हमेशा इनकी अनदेखी करती रही है. इन महाविद्यालयों की स्थापना 30 वर्ष पूर्व हुई थी, परंतु सरकार ने अभी तक नौकरी की शर्तें नहीं तय की हैं और न ही इस वर्ग के कर्मचारियों को पेंशन योजना में शामिल किया है. परिणामस्वरूप, संकाय सदस्य और कर्मचारी खाली हाथ सेवानिवृत्त हो रहे हैं. पेंशन, ग्रेच्युटी या किसी भी सेवानिवृत्ति के लाभ से वंचित ये कर्मचारी सेवानिवृत्ति के बाद काफी कष्ट झेल रहे हैं. इस संबंध में सरकार से बार-बार मांग करने के बावजूद कोई परिणाम नहीं निकला है.
नयी सरकार से भी पूरी नहीं हुई उम्मीद
राज्य में नयी सरकार को सत्ता में आये एक वर्ष बीत चुका है, लेकिन उसने नयी पेंशन नीति की घोषणा नहीं की है. नयी सरकार के सम्मान में, संघ ने एक वर्ष के लिए आंदोलन स्थगित कर दिया और सरकार के साथ वार्ता करने का प्रयास किया. लेकिन, अभी तक कोई परिणाम नहीं निकला है. इसके विरोध में, संघ को विरोध प्रदर्शन करने और मांग पत्र सौंपने के लिए मजबूर होना पड़ा है. यदि सरकार यूनियन के साथ बातचीत कर कोई समाधान नहीं निकालती है तो कर्मचारियों ने बताया है कि 16 अगस्त को लोअर पीएमजी, भुवनेश्वर में एक विशाल सभा आयोजित की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

