Rourkela News: हॉकी वर्ल्ड कप-2023 की मेजबानी मिलने पर स्मार्ट सिटी राउरकेला को दुल्हन की तरह सजाने-संवारने का काम किया गया था. शहर के फुटपाथ से लेकर सड़कों के किनारे कई निर्माणकार्य किये गये थे, जिससे स्मार्ट सिटी जगमगा उठी थी. लेकिन बाद में इन कार्यों का रखरखाव नहीं किया गया. जिससे अब शहर अपनी सुंदरता खोने लगा है.
70 फीसदी पाम के पेड़ मर गये
हॉकी वर्ल्ड कप के समय राउरकेला की सुंदरता बढ़ाने के लिए बसंती कॉलोनी के मालगोदाम चौक से टिंबर कॉलोनी, छेंड रिंग रोड से कलिंग विहार, हॉकी चौक से हनुमान वाटिका, आरएमसी चौक से बिरसा मुंडा चौक तक लगे पाम ट्री अब नजर नहीं आते. प्रति पेड़ करीब 700 से 800 रुपये खर्च हुए थे. छेंड कॉलोनी मुख्य सड़क पर लगे 70 फीसदी पाम के पेड़ मर गये हैं. शेष 30 फीसदी मृत अवस्था में खड़े हैं. कुछ दिनों में न सिर्फ ये ताड़ के पेड़ नजर नहीं आयेंगे, बल्कि हाइवे के किनारे मौजूद अन्य कीमती पेड़ भी खत्म हो जायेंगे. इसके अलावा बसंती कॉलोनी समेत रिंग रोड के दोनों तरफ बिरसा मुंडा चौक से लेकर हनुमान वाटिका चौक तक लाखों रुपये की लागत से फुटपाथ बनाकर पेवर ब्लॉक लगाये गये हैं. साथ ही इसमें डिजाइनर लाइट भी लगायी है. इसमें से 60 फीसदी लाइटें जल रही हैं, जबकि 40 फीसदी चोरी हो चुकी हैं. वहीं हनुमान वाटिका चौक से लेकर स्पेस चौक तक रिंगराेड पर बने फुटपाथ व डिजाइनर लाइट का भी यही हाल है.30.68 लाख खर्च कर लगायी गयी मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा हुई धराशायी
बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम के गेट नंबर एक के पास एयरपोर्ट चौक पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की 40 फुट ऊंची विशाल प्रतिमा बनायी गयी थी. इस चौक को ध्यानचंद हॉकी चौक नाम दिया गया था. लेकिन 11 जून, 2023 को हवा के झोंके से यह प्रतिमा धराशायी हो गयी. जिसके बाद में प्रतिमा को टुकड़ों में काटकर हटा दिया गया. जिला प्रशासन ने कहा था कि अगले मॉनसून में उस स्थान पर नयी प्रतिमा लगायी जायेगी, लेकिन अब ध्यानचंद की प्रतिमा की जगह हॉकी विश्व कप की रिप्लिका (प्रतिकृति) स्थापित कर दी गयी है. लेकिन जिस संस्था द्वारा ये सभी कार्य किये गये उस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. इस मूर्ति पर करीब 30 लाख 68 हजार रुपये और लाइटिंग, रेलिंग सिस्टम, पार्क थ्योरी आदि पर करीब 50 लाख रुपये खर्च हुए हैं. यह मूर्ति भुवनेश्वर की मशहूर मूर्तिकला कंपनी इमानेरी ने बनायी थी. पांच जनवरी, 2023 को राउरकेला दौरे के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रतिमा का अनावरण किया था.हॉकी वर्ल्ड कप की रिप्लिका लोगों को आकर्षित करने में नाकाम
मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा लोगों हॉकी वर्ल्ड कप के समय लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी थी. शहरवासियों से लेकर पर्यटक तक यहां सेल्फी लेने के लिए पहुंचते थे. लेकिन इसके धराशायी होने के बाद से यह स्थान अब वीरान हो गया है. इस प्रतिमा के स्थान पर 14 सितंबर, 2024 को हॉकी वर्ल्ड कप ट्रॉफी की प्रतिकृति लगायी गयी है. लेकिन यहां अव्यवस्था का आलम है. पहले की भांति न फव्वारा चलता है और न ही लाइट. गेट खुला रहने से आवारा मवेशियों का यह अड्डा बन चुका है. इसके अलावा यहां पर अंग्रेजी में ओडिशा लिखकर लाइट लगायी गयी है, वह भी पूरी तरह से नहीं जलती. इसके प्रति राउरकेला महानगर निगम प्रबंधन को ध्यान देने की जरूरत महसूस हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है