Bhubaneswar News: ओडिशा के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने शुक्रवार को विधानसभा को बताया कि राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में इस साल अब तक यौन उत्पीड़न की कुल 19 शिकायते मिलीं हैं. बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक कालिकेश नारायण सिंह देव के प्रश्न का उत्तर देते हुए मंत्री ने बताया कि यह शिकायतें राज्य के सरकारी डिग्री कॉलेजों, अशासकीय सहायता प्राप्त डिग्री कॉलेजों और सरकारी विश्वविद्यालयों में पिछले वर्ष छात्राओं द्वारा दर्ज करायी गयी हैं. उन्होंने कहा कि उत्कल विश्वविद्यालय, आरडी महिला विश्वविद्यालय, सरकारी स्वायत्त कॉलेज-राउरकेला, बीजेडबी स्वायत्त कॉलेज-भुवनेश्वर और चौद्वार कॉलेज से दो-दो मामले सामने आये हैं.
तीन मामलों का आपसी सहमति से हुआ निबटारा
एफएम स्वायत्त कॉलेज (बालेश्वर), पंचायत डिग्री कॉलेज (बरगढ़), अंचल डिग्री कॉलेज (पद्मपुर), अभिमन्यु सामंतसिंघार डिग्री कॉलेज (बालिया), एसएसडी कॉलेज (गुरुदिजाटिया), आठमलिक कॉलेज, धराणीधर विश्वविद्यालय, ब्रह्मपुर विश्वविद्यालय और जीएम विश्वविद्यालय से एक-एक मामला दर्ज हुआ है. मंत्री ने बताया कि 19 मामलों में से तीन का आपसी सहमति से निपटारा किया गया, जबकि दो मामलों में आरोपी शिक्षकों का तबादला किया गया, एक में निलंबन और एक में सेवा समाप्त की गयी. मंत्री ने बताया कि इसी प्रकार, सरकारी स्वायत्त कॉलेज (राउरकेला) से प्राप्त दो शिकायतों के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बालेश्वर के फकीर मोहन स्वायत्त कॉलेज की 20 वर्षीय छात्रा के आत्मदाह की घटना का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि घटना के बाद आरोपी और प्राचार्य दोनों को तत्काल निलंबित कर दिया गया. उच्च शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति बनायी गयी है, जो मामले की विस्तृत जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है और अपराध शाखा मामले की जांच कर रही है.
14 जिलों के 20 में 32 छात्राओं ने दर्ज करायी शिकायत
इसी तरह, विद्यालय एवं जनशिक्षा मंत्री नित्यनंद गोंड ने बताया कि पिछले डेढ़ साल में 14 जिलों के 20 विद्यालयों से शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों या प्राचार्यों के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायतें प्राप्त हुई हैं. गोंड ने बताया कि 32 छात्राओं ने शिकायत दर्ज करायी थी, जिसके बाद सरकार ने 19 शिक्षकों को निलंबित किया, जिनमें दो प्राचार्य और एक प्रधानाध्यापक शामिल हैं. शेष मामलों में तीन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी गयी है और एक मामले में कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं.
ओडिशा में पिछले पांच वर्षों में 27,167 लोगों की सड़क हादसों में मृत्यु हुई : परिवहन मंत्री
ओडिशा विधानसभा में शुक्रवार को परिवहन मंत्री विभूति भूषण जेना ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में राज्य में सड़क हादसों में 27,167 लोगों की जान चली गयी है. यह जानकारी उन्होंने विधायक टंकधर त्रिपाठी के प्रश्न के उत्तर में दी. मंत्री ने आगे बताया कि 2020 से 2024 के बीच विभिन्न सड़क हादसों में 50,041 लोग घायल हुए. वर्ष 2024 में सबसे अधिक मौतें हुईं, जब कुल 6,142 लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाये. 2022 की तुलना में 2023 में सड़क हादसों में मौतों में 2.82% की वृद्धि हुई, जबकि 2024 में पिछले वर्ष की तुलना में 3.19% अधिक मौतें दर्ज की गयीं.
ओडिशा के 17 विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के 1,404 पद रिक्त : उच्च शिक्षा मंत्री
उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने शुक्रवार को विधानसभा में जानकारी दी कि ओडिशा के 17 राज्य-संचालित विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के कुल 1,404 पद रिक्त हैं. इन रिक्तियों में 260 प्रोफेसर, 453 एसोसिएट प्रोफेसर और 669 असिस्टेंट प्रोफेसर के पद शामिल हैं. विश्वविद्यालयों में रावेंशॉ विश्वविद्यालय सबसे अधिक रिक्तियों के साथ शीर्ष पर है, जहां कुल 161 पद खाली हैं, जिनमें 22 प्रोफेसर, 54 एसोसिएट प्रोफेसर और 86 असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल हैं. इसके बाद उत्कल विश्वविद्यालय 136 रिक्त पदों के साथ है, जिनमें 38 प्रोफेसर, 49 एसोसिएट प्रोफेसर और 49 असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल हैं. शिक्षक स्टाफ के अलावा 17 विश्वविद्यालयों में 2,286 गैर-शिक्षक पद भी रिक्त हैं. इनमें सबसे अधिक रिक्तियां उत्कल विश्वविद्यालय में 779 हैं, इसके बाद ब्रह्मपुर विश्वविद्यालय में 258 और रावेंशॉ विश्वविद्यालय में 199 पद खाली हैं.
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