Rourkela News: स्वतंत्र उत्कल प्रदेश के गठन के अग्रदूत तथा ओडिशा के प्रथम बैरिस्टर उत्कल गौरव मधुसूदन दास की 177वीं जयंती तथा वकील दिवस सोमवार को राउरकेला वकील संघ की ओर से मनाया गया. उदितनगर स्थित संघ के कार्यालय में भव्य समारोह आयोजित हुआ. मुख्य अतिथि ओडिशा उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति डॉ संजीव कुमार पाणिग्राही, मुख्य वक्ता के रूप में ओडिशा मानवाधिकार आयोग के सदस्य असीम अमिताभ दाश, सम्मानित अतिथियों में सुंदरगढ़ जिला दौरा जज शिखा रानी रथ, सर्वोच्च न्यायालय की वरिष्ठ वकील डॉ अनिंदिता पुजारी उपस्थित थे.
वकील दिवस के रूप में मनायी जाती है मधुबाबू की जयंती
अतिथियों ने कहा कि ओडिशा को भाषा के आधार पर स्वतंत्र राज्य का दर्जा दिलाने के लिए मधुबाबू का आजीवन संघर्ष उन्हें सभी ओड़िया लोगों के बीच सदैव जीवित रखेगा और आज के महान दिन को ओडिशा राज्य बार काउंसिल के निर्णय से वकील दिवस या स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. अतिथियों ने कहा कि यदि अधिवक्ता आमजन एवं वंचित वर्ग के हित में अपनी भूमिका निभा सकें, साथ ही उन्हें कानूनी सुविधाएं उपलब्ध करवा सकें, तो यह मधुबाबू के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी तथा आज के समय में समाज के समग्र विकास में योगदान होगा.
22 वकीलों व संघ के 34 नये सदस्यों को किया गया सम्मानित
राउरकेला वकील संघ के अध्यक्ष सदानंद साहू की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में 40 वर्षों से अधिक समय से आम लोगों को कानूनी सेवाएं प्रदान करने के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए संघ के लगभग 22 वरिष्ठ सदस्यों को अतिथियों ने सम्मानित किया. जबकि 2024 में राउरकेला वकील संघ का सदस्य बनने वाले 34 नये वकीलों का स्वागत किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि, मुख्य वक्ता एवं अन्य अतिथियों द्वारा संघ की स्मारिका का अनावरण किया गया. संघ के सचिव देवानंद तांती ने संपादकीय पढ़ा, जबकि संघ के उपाध्यक्ष राज किशोर प्रधान ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा. कार्यक्रम का संचालन कार्यसमिति सदस्य अनंत नारायण साहू ने किया.
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में संघ के सभी वरिष्ठ सदस्य, राउरकेला के प्रथम अतिरिक्त जिला न्यायाधीश मुक्ति रंजन शतपथी, पॉक्सो विशेष न्यायालय के न्यायाधीश पी सूर्या राव, द्वितीय अतिरिक्त जिला न्यायाधीश मनोज कुमार, सभी न्यायिक अधिकारी, पानपोष उपजिलापाल विजय कुमार नायक, संघ के संयुक्त सचिव अनुसुरू हरि डोरा, कोषाध्यक्ष अक्षय कुमार सिंहदेव, संयुक्त सचिव तापस परिडा, पुस्तकालय सह सचिव राजश्री मिश्रा, कार्यकारी समिति के सदस्य बृजेश मिश्रा, गंगाधर दास, जेपी मुर्मू, सुमिता नंदा, मेरी मक्सिमा एक्का, अभिषेक सिंह, वरिष्ठ सदस्य गिरीश महापात्रा, एम मालेश्वरम, सुजय पाणि, मोहम्मद रफीक, रंजन चौधरी, राम प्रसाद पटनायक, बबुली परिडा, सुरेश माझी, सरोज महापात्र, पी के राउत, कोमल साहू, किरण प्रजापति, शकुंतला बेहरा, पद्मिनी दास, शांतनु दास की सक्रिय भूमिका रही.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है